दम है तो हिंदू राष्ट्र पर कानून लाए भाजपा : प्रशांत किशोर
- Post By Admin on Mar 10 2025
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दरभंगा : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को दरभंगा में एक प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा पर तीखा हमला बोला। बाबा बागेश्वर के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कोई बाबा देश नहीं चलाते, बल्कि देश लोकतंत्र और संविधान के अनुसार चलता है। उन्होंने भाजपा को चुनौती दी कि अगर उसमें हिम्मत है तो संसद में हिंदू राष्ट्र पर कानून लेकर आए।
प्रशांत किशोर ने कहा, "अगर भाजपा बाबा बागेश्वर के बयान का समर्थन कर रही है, तो मोदी और अमित शाह क्यों कहते हैं कि वे संविधान से बंधे हुए हैं? अगर भाजपा में दम है, तो खुलकर कहे कि वे हिंदू राष्ट्र लागू करेंगे। लेकिन वे जानते हैं कि जनता ने इस चुनाव में दिखा दिया कि संविधान से छेड़छाड़ की इजाजत किसी को नहीं है।"
प्रशांत किशोर ने दरभंगा के भाजपा विधायक के उस बयान पर भी कड़ा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने होली के दिन मुसलमानों को घर से बाहर न निकलने की नसीहत दी थी। उन्होंने तीखा पलटवार करते हुए कहा, "क्या भाजपा विधायक के बाप का राज है कि वो तय करेंगे कौन कब घर से निकलेगा? क्या वे लाट साहब हैं कि जनता उनकी बात मानेगी? लोकतंत्र में हर नागरिक को अपनी मर्जी से जीने का अधिकार है और भाजपा के विधायक संविधान से ऊपर नहीं हैं।"
वहीं, बी-टीम के आरोपों पर प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को मुसलमानों के "मुफ्त वोट" लेने की आदत पड़ गई है। उन्होंने कहा, "राजद हमेशा मुसलमानों को डराकर वोट लेता आया है कि अगर हमें वोट नहीं दोगे तो भाजपा आ जाएगी। लेकिन अब मुसलमानों के पास विकल्प है और वह जन सुराज की ओर देख रहे हैं। जिस दिन मुसलमान राजद से अलग होंगे, लालटेन का बुझना तय है।"
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार दरभंगा में भाजपा और जन सुराज के बीच सीधा मुकाबला होगा। उन्होंने कहा, "अब तक भाजपा को इसलिए वोट मिलते थे क्योंकि जनता के पास कोई और विकल्प नहीं था। लोगों ने लालू यादव के जंगलराज का दौर देखा है और इसी डर से भाजपा को समर्थन मिलता रहा। लेकिन इस बार शहरी इलाकों में जन सुराज पूरी ताकत से भाजपा को टक्कर देगा।"
प्रशांत किशोर के इस बयान ने बिहार की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। अब देखना यह होगा कि भाजपा और राजद इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और दरभंगा की चुनावी सियासत किस दिशा में जाती है।