बिहार में शराबबंदी कानून कागज़ों तक सीमित, छापेमारी के बावजूद धंधा जारी
- Post By Admin on Aug 22 2025

लखीसराय : बिहार में लागू शराबबंदी कानून की हकीकत एक बार फिर सामने आई है। प्रशासन की लगातार छापेमारी और कार्यवाई के बावजूद जिले में अवैध शराब का कारोबार खुलेआम जारी है। नतीजा यह है कि पीने वाले और बेचने वाले पर कार्यवाई जरूर होती है, लेकिन कानून का असल असर अब भी दूर की कौड़ी साबित हो रहा है।
शुक्रवार को उत्पाद विभाग की टीम ने जिले के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर दो लोगों को गिरफ्तार किया। निरीक्षक उत्पाद लखीसराय निर्मल कुमार ने जानकारी दी कि सदर थाना क्षेत्र के जोकमैला से घनश्याम केवट को पांच लीटर महुआ चुलाई शराब के साथ पकड़ा गया। वहीं नक्सल प्रभावित चानन थाना क्षेत्र के मलियाटांड़ से विधवा फूजो देवी को एक लीटर अवैध विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों पर मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
इसके बावजूद सवाल बना हुआ है कि क्या छोटे कारोबारियों की गिरफ्तारी से शराबबंदी कानून सफल हो पाएगा? असलियत यह है कि बड़े कारोबारी और असली नेटवर्क अब भी प्रशासन की पकड़ से बाहर हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि शराबबंदी कानून तभी सफल हो सकता है जब समाज खुद आगे आकर इस नशे के खिलाफ खड़ा हो और प्रशासन सिर्फ औपचारिक कार्यवाही तक सीमित न रहकर असली माफियाओं पर सख्त कार्यवाही करे। वरना यह कानून महज कागजों और अखबारों तक ही सीमित रह जाएगा।