डीप फ्रीज़र खराब, सड़ रहे शव : एसकेएमसीएच के खिलाफ मानवाधिकार आयोग में याचिका
- Post By Admin on Dec 12 2025
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसकेएमसीएच में लावारिस शवों की उपेक्षा का मामला अब गंभीर रूप ले चुका है। निर्धारित समय सीमा में अंतिम संस्कार नहीं होने और शवों को अमानवीय स्थिति में रखने की शिकायत सीधे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग के दरवाजे तक पहुँच गई है।
मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एस.के. झा ने इस मुद्दे पर दोनों आयोगों में अलग-अलग याचिकाएँ दाखिल की हैं। झा का आरोप है कि अस्पताल परिसर में लावारिस शव कई-कई दिनों तक放 पड़े रहते हैं और कई बार 20 से 30 दिन तक अंतिम संस्कार नहीं कराया जाता। इस देरी के कारण शवों में सड़न शुरू हो जाती है और आसपास दुर्गंध फैल जाती है।
स्थिति को और भयावह बनाता है अस्पताल का खराब पड़ा डीप फ्रीज़र, जो वर्षों से चालू नहीं है। झा का कहना है कि शव संरक्षण की कोई उचित व्यवस्था नहीं होने से अस्पताल प्रशासन मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन कर रहा है।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि इससे पहले भी एसकेएमसीएच की लापरवाही सुर्खियों में रह चुकी है, जब नवजात शिशुओं के शवों को आवारा कुत्तों द्वारा नोचे जाने जैसी घटनाएँ सामने आई थीं।
अधिवक्ता झा ने आयोग से मामले की उचित जाँच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। स्थानीय स्तर पर भी इस घटना ने प्रशासनिक संवेदनशीलता और अस्पताल प्रबंधन पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।