फरीदाबाद से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया करोड़ों का गबन करने वाला सीएसपी संचालक

  • Post By Admin on Jun 12 2024
फरीदाबाद से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया करोड़ों का गबन करने वाला सीएसपी संचालक

लखीसराय : कई खाता धारकों से करोड़ों रुपए का गबन करने वाले सीएसपी संचालक दो सहोदर भाई को गिरफ्तार करने में जिला पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार को एसपी पंकज कुमार ने इसे लेकर प्रेस वार्ता करते हुए मामले की विस्तृत जानकारी दी।

एसपी के मुताबिक अमहरा में सीएसपी संचालक, करोड़ों रुपए के गबन का आरोपी दो सहोदर भाई को गिरफ्तार कर हरियाणा के फरीदाबाद से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है। जिला मुख्यालय स्थित केएसएस कॉलेज के पीछे के रहने वाले दोनों भाई के विरुद्ध पिछले वर्ष दिसंबर माह में अमहरा थाना में गबन का मामला दर्ज कराया गया था। ये लोग 2015 से ही सीएसपी खोले हुए था। लॉकडाउन के दौरान 5 से 6 हजार ग्राहक से करोड़ों का गबन कर सीएसपी एवं लखीसराय स्थित घर में ताला लगाकर फरार हो गया था।

भारतीय स्टेट बैंक लखीसराय के उपशाखा प्रबंधक आरिफ असर अंसारी के लिखित आवेदन के आधार पर 13 दिसम्बर को अमहरा थाना कांड सं.-969/23, भा.द.वि. के धारा-379,420 अंतर्गत राधेश्याम साव के पुत्र सूरज कुमार एवं नीरज कुमार के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज हुआ था। अमहरा ओ.पी. अंतर्गत सीएसपी कम्पनी सेव सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड संचालक इन दोनों भाई के विरूद्ध 5-6 हजार ग्राहकों से करोड़ों रूपया का घोखाधड़ी कर गबन करने का आरोप लगाया गया था। इन्हीं अभियुक्तों के विरुद्ध मनोज कुमार के लिखित शिकायत पर उसी दिन अमहरा थाना कांड सं.-970/23 भादवि की धारा-379/420/467/468 दर्ज हुआ था। जिसके अनुसार मनोज कुमार उक्त सीएसपी में दो लाख रुपए जमा किए थे, जिसमें 6 हजार रुपए निकासी एवं शेष पैसे का गबन का आरोप है।

एसपी के अनुसार दोनों कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई कि सूरज कुमार साव द्वारा वर्ष 2015 से अमहरा ओ.पी. स्थित सीएसपी केन्द्र चलाया जा रहा था, उसी दौरान लॉकडाउन के बाद उक्त दोनों अभियुक्त ग्राहकों को पैसा जमा करने का ऑनलाईन स्लिप न देकर हाथ से अंकित कर पर्ची देते थे और ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर पैसा रख लेते थे। यह सिलसिला कई वर्षों तक चलता रहा, जिससे कई ग्राहकों के साथ विश्वासघात कर करोड़ों रुपए का गबन कर लिया।

उक्त दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी की जा रही थी। इसी क्रम में तकनीकी एवं मानवीय सूचना के आधार पर पता चला कि दोनों अभियुक्त हरियाणा में छिप कर रह रहे है। इसके उपरांत एसपी के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा हरियाणा राज्य के फरीदाबाद से दोनों को गिरफ्तार किया गया। तत्पश्चात् ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया। उक्त दोनों अभियुक्तों से पूछताछ में इन दोनों ने बताया है कि भाई नीरज का तबीयत खराब होने के कारण अधिक कर्ज हो गया। तब उक्त दोनों अभियुक्तों ने एक योजनाबद्ध तरीका से कई ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर ग्राहकों के खाता में पैसा जमा न करके अपने पास रख लेते थे, जब पैसा अधिक हो गया तो दोनों भाई सीएसपी केन्द्र और अपने घर में ताला बंद कर पूरे परिवार के साथ फरार हो गए। गबन किए गए रुपयों एवं उनके आपराधिक इतिहास के संबंध में जांच चल रही है।

छापामारी टीम में अमहरा थानाध्यक्ष राजीव कुमार, पुअनि संजीता कुमारी, डीआईयू शाखा की दरोगा अनामिका कुमारी, सिपाही विभूति कुमार, अमहरा थाना के सिपाही मुकेश कुमार एवं कौशल कुमार शामिल थे।