बिहार : मुर्गी फार्म की आड़ में चल रहा था गन फैक्ट्री, हथियारों के जखीरा समेत 4 गिरफ्तार

  • Post By Admin on Apr 18 2025
बिहार : मुर्गी फार्म की आड़ में चल रहा था गन फैक्ट्री, हथियारों के जखीरा समेत 4 गिरफ्तार

मुख्य बिंदु:

  • मुर्गी फार्म की आड़ में चल रही थी अवैध गन फैक्ट्री
  • 4 अपराधी गिरफ्तार, दो टेक्निकल मास्टरमाइंड भी शामिल
  • भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और मशीनें जब्त
  • एक साल से चल रही थी फैक्ट्री, कई जिलों में फैला नेटवर्क
  • पुलिस की कार्यवाही से इलाके में सनसनी
     

मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के पालनवा थाना क्षेत्र से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मुर्गी फार्म की आड़ में अवैध हथियारों की फैक्ट्री चलाई जा रही थी। मोतिहारी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 12 घंटे के विशेष ऑपरेशन में इस गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया और चार मास्टरमाइंड अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

मुर्गी फार्म था सिर्फ परदा, अंदर चल रही थी हथियारों की फैक्ट्री
एसपी स्वर्ण प्रभात को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर रक्सौल एसडीपीओ धीरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने छापेमारी कर पहले पंकज सिंह और राजेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया। इन दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने छपरा और मुंगेर से अमिताभ शर्मा और मोहम्मद नौयर आलम को भी हिरासत में लिया, जो इस गन फैक्ट्री के टेक्निकल एक्सपर्ट बताए जा रहे हैं।

बड़ी मात्रा में हथियार और मशीनें बरामद
पुलिस ने मौके से निर्मित और अर्धनिर्मित हथियार, जिंदा कारतूस, और हथियार बनाने की अत्याधुनिक मशीनें बरामद की हैं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह अवैध फैक्ट्री पिछले एक वर्ष से संचालित हो रही थी और मुर्गी पालन की आड़ में अपराध की पूरी फैक्ट्री चलाई जा रही थी।

फैक्ट्री के पीछे संगठित गिरोह का हाथ
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह केवल एक फैक्ट्री नहीं, बल्कि अपराधियों का एक संगठित नेटवर्क है, जो हथियार बनाकर बिहार समेत अन्य राज्यों में सप्लाई करता था। नौयर आलम और अमिताभ शर्मा इस नेटवर्क के तकनीकी दिमाग थे, जो हथियारों की डिजाइनिंग और निर्माण में दक्ष थे।

पुलिस की कार्यवाही से अपराधियों में हड़कंप
इस कार्यवाही के बाद मोतिहारी सहित आसपास के इलाकों में अपराधियों में हड़कंप मच गया है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि जिले में अपराध और अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस कामयाबी के लिए टीम को बधाई दी और कहा कि आगे भी ऐसे ऑपरेशन लगातार जारी रहेंगे।सवाल उठता है: क्या अब अन्य ऐसे फार्मों की भी जांच की जाएगी? क्या यह नेटवर्क दूसरे राज्यों तक फैला है? इस मामले की गहराई से जांच जारी है।