10 अप्रैल- भारत बंद का एक नज़ारा ऐसा भी
- Post By Admin on Apr 10 2018
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बिहार :न्यूज़ डेस्क: – देश में पहली बार ऐसी विरोध हुई जिसमें कोई राजनीतिक दल, संघ, संगठन, स्वयंसेवी संस्था, समाजसेवी नहीं दिखे फिर भी भारत बंद सफल हो गया । सामान्य व ओबीसी वर्ग के लोगों ने आरक्षण के ख़िलाफ़ जमकर विरोध किया कही शांति पूर्वक तो कही झरप के साथ ।लेकिन इन सब के बावजूद आज किसी भी राजनीतिक पार्टी के किसी भी नेता का कोई बयान नहीं आया ।करणी सेना मुज़फ्फरपुर के जिलाध्यक्ष अश्वनी राजपूत ने कहा कि आज शांतिपूर्ण ढंग से भारत बंद के नजारे को देखकर सभी राजनीतिक दल मूक हो गए है । श्री राजपूत ने कहा कि राजनीति करने वाले लोग सभी जातियों को आपस में लड़ाकर अपना वोट बैंक सिर्फ बनाते है ।राजनीतिक पार्टी के द्वारा मुज़फ्फरपुर के गोबरसही चौक की घटना में भी एससी व एसटी वर्ग के लोगो उकसा कर शांतिपूर्ण भारत बंद करने वाले लोगो पर पथराव व गोलीबारी करवाई गई । अश्विनी ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने समानता , सर्वधर्मसमभाव, स्त्री पुरुष समानता का सिर्फ ढोंग रचने के बजाए सचमुच की समानता , सर्वधर्मसमभाव, स्त्री पुरुष समानता संविधान में दी होती तो आज हमारे भारत देश में बार-बार भारत बंद व दंगे नहीं होते।