विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे भाजपा विधायक
- Post By Admin on Mar 14 2023

पटना: भाजपा विधायक लखींद्र पासवान को सदन की कार्यवाही से दो दिनों के लिए निष्काषित किए जाने से नाराज भाजपा विधायक विधानसभा परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए है. इस दौरान बीजेपी विधायकों ने जोरदार नारेबाजी की. बीजेपी विधायकों ने कहा कि वह दो दिनों तक सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं होंगे. बीजेपी विधायक लखींद्र पासवान ने कहा कि सदन में मैंने बिहार की सेविका और सहायिका को सम्मान जनक वेतन देने की मांग की थी. पुरे बिहार में एससी- एसटी के छात्रों को स्कॉलरशिप बंद किए जाने को लेकर सवाल कर रहे थे. मुझ पर माइक तोड़ने का आरोप लगाया गया है. यदि माइक टुटा है तो उसका सीसीटीवी फुटेज देख ले. मैंने माइक तोडा है उसका कोई विजुअल नहीं है. मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. विधायक लखींद्र पासवान ने कहा कि बिहार के पासवान समाज के साथ अपमान किया जा रहा है. दलितों के मुद्दों को उठाने वाले जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई की जा रही है. एक तरफा फैसला लेकर लखेंद्र पासवान के माथे पर थोप दिया गया है. बिहार की जनता देख रही है. भाजपा का एक भी विधायक दो दिन तक सदन में नहीं जाएंगे. दलितों के उत्थान के लिए 200 दिनों तक निलंबित किया जाता है तो भी हम स्वीकार करेंगे.
वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र कि हत्या की गई है. सत्ता में बैठे भ्रष्टाचारियों के इशारों पर एक निर्दोष विधायक पर कार्रवाई का खेल खेला गया है. इन विधायकों को बोलने नहीं दिया गया है. तीसरा पूरक में ही रोक दिया गया है. उनके विधायकों ने जिस तरह से अपशब्द बोले. बेल में आकर धमकी दे रहे थे. पूरा बिहार देखा है. विजय सिन्हा ने आगे कहा कि जिनपर आरोप लगा है जिन्होंने विधानसभा के अंदर आसन्न को रौंदा था पूरे बिहार की जनता ने देखा है. आचार समिति की रिपोर्ट जिसपर करवाई के लिए लिखकर दिया गया है उस पर कार्रवाई करने के बदले वह निर्दोष विधायक पर कार्रवाई के लिए लिखते है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
बता दें कि बिहार विधानसभा में आज सदन कि कार्यवाही प्रारम्भ होते ही बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया. भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि उन्हें सदन के अंदर बोलने नहीं दिया जाता है. उनके साथ गाली-गलौज की जाती है. इस दौरान लखींद्र पासवान के ऊपर माइक तोड़ने का आरोप भी लगा. माइक तोड़ने के आरोप पर बीजेपी विधायक लखेंद्र सिंह ने कहा कि माइक नहीं तोडा है बल्कि पेंच ढीला था. बीजेपी विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा विपक्ष के नेताओं का माइक भी बंद करा दिया जाता है. लखेंद्र पासवान ने कहा कि हम लोग सदन में गालियां सुनने नहीं आते है. यदि कार्रवाई नहीं की गई और विधानसभा अध्यक्ष पक्ष और विपक्ष को एक समान नजरिये से नहीं देखेंगे तो हम लोग सदन में नहीं जाएंगे.