वडोदरा पुल हादसा : महिसागर नदी पर बना 43 साल पुराना पुल ढहा, 9 की मौत, कई घायल

  • Post By Admin on Jul 09 2025
वडोदरा पुल हादसा : महिसागर नदी पर बना 43 साल पुराना पुल ढहा, 9 की मौत, कई घायल

वडोदरा : गुजरात के वडोदरा जिले में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, जब महिसागर नदी पर बना 43 साल पुराना गंभीरा पुल अचानक टूट गया। हादसे के वक्त पुल पर कई वाहन मौजूद थे, जो नदी में गिर गए। अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। पुल के टूटने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

प्रशासन ने पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर तैनात कर दिया है। रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह से ही जारी है। स्थानीय गोताखोरों और नगरपालिका की टीमें भी राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

5 गाड़ियां गिरीं नदी में, संपर्क मार्ग टूटा

हादसे के समय पुल पर करीब 4 से 5 वाहन मौजूद थे, जो पुल के साथ ही नदी में समा गए। प्रशासन ने बताया कि तीन लोगों को जीवित बाहर निकाल लिया गया, जबकि लगातार बहाव और मलबे के कारण रेस्क्यू में बाधा आ रही है।
इस पुल के ढहने से वडोदरा और आणंद के बीच सीधा सड़क संपर्क टूट गया है। अब यात्रियों को करीब 40 किलोमीटर लंबा वैकल्पिक रास्ता अपनाना पड़ेगा। सड़क मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए कहा, "वडोदरा में पुल हादसे से गहरी पीड़ा हुई है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।" पीएमओ की ओर से राहत सहायता पर भी चर्चा की जा रही है।

जांच के आदेश, पुराने पुलों की सुरक्षा पर सवाल

वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि घटनास्थल पर तुरंत बचाव कार्य शुरू किया गया था। अब तक 9 शव बरामद किए जा चुके हैं और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं, पुल के गिरने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। यह पुल वर्ष 1982 में बनाया गया था, और फिलहाल उसकी मरम्मत या फिटनेस को लेकर कोई सार्वजनिक सूचना नहीं थी। हादसे ने एक बार फिर राज्य के पुराने पुलों की सुरक्षा व्यवस्था और निरीक्षण प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप, जनता में आक्रोश

स्थानीय लोगों और यात्रियों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। लोगों का कहना है कि पुल की हालत लंबे समय से खराब थी, लेकिन इसके बावजूद इस पर आवागमन जारी रखा गया।

फिलहाल राहत एवं बचाव कार्य जारी है और प्रशासन ने आसपास के लोगों से मौके पर भीड़ न लगाने की अपील की है। मामले को लेकर सरकार की ओर से जल्द ही उच्चस्तरीय जांच रिपोर्ट भी आने की उम्मीद जताई जा रही है।