पटना में शुरू हुआ तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव
- Post By Admin on Oct 04 2025

पटना : कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सौजन्य से सर्वविद्या सरोज फाउंडेशन, बिहार की कला इकाई “स्वरा आर्ट एंड कल्चर” द्वारा आयोजित तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव का शुभारंभ शनिवार, 4 अक्टूबर 2025 की संध्या को प्रेमचंद रंगशाला, पटना में हुआ।
यह आयोजन 4 से 6 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 6:30 बजे से होगा, जिसमें बिहार के विभिन्न लोक दलों द्वारा पारंपरिक लोकगीतों और लोकनृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। इस महोत्सव का उद्देश्य राज्य की लोकसंस्कृति, लोकधुनों और लोककला को नई पीढ़ी तक पहुँचाना और कलाकारों को प्रोत्साहन देना है।
कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार राज्य योजना पर्षद के परामर्शी आईजी विकास वैभव, बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य नवल किशोर, कला संस्कृति पदाधिकारी कृति आलोक तथा संस्था की सचिव डॉ. सारिका के संयुक्त करकमलों से दीप प्रज्वलित कर किया गया। उद्घाटन के बाद डॉ. सारिका ने कहा कि बिहार की लोकसंस्कृति हमारी आत्मा है और इस तरह के आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत स्वरा आर्ट एंड कल्चर की छात्राओं द्वारा डॉ. सारिका के निर्देशन में ‘मंगल के दाता’ गीत और झिझिया नृत्य की प्रस्तुति से हुई। इस शानदार प्रस्तुति में आर्या कुमारी, दिव्याश्री, आराध्या चौधरी, आराध्या कर्ण, मैत्रेयी राज, वैष्णवी, ऐशुताश्री, काजल, रेखा कुमारी, माधुरी और आराध्या गुप्ता शामिल थीं। दर्शकों ने इनके प्रदर्शन पर तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। इसके बाद सत्यप्रकाश गुप्ता और उनके दल ने पारंपरिक वादन के साथ लोकसंगीत की मधुर प्रस्तुतियाँ दीं, जबकि पल्लवी दल द्वारा प्रस्तुत लोकगायन ने समां बाँध दिया। इसके पश्चात भारतीय नृत्य कला मंदिर, पटना की छात्राओं ने शिव स्तुति (कथक नृत्य) की प्रस्तुति दी। इस समूह में श्रेया झा, कविता, रिया, दिव्या, नैषा, दिव्यांगना, रश्मि और तृषा ने अपनी अद्भुत नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति अंजली एंड ग्रुप की थी, जिन्होंने बिहार के पारंपरिक लोकनृत्य से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दल में सानवी, मेधाविनी राय, आराध्या सिंह, सानिया झा, अनन्या गुप्ता, दीपशिखा, अभिलाषा पांडे और मनीषा लोकप्रिया शामिल रहीं। संगीत संयोजन में हारमोनियम पर डॉ. सारिका, तबले पर प्रवीर कुमार, ढोलक पर उत्पल कुमार, कीबोर्ड पर राजन कुमार और ऑक्टोपैड पर गौतम कुमार ने अपनी प्रतिभा से मंच को जीवंत बनाया।
महोत्सव के दूसरे दिन यानी रविवार को सत्यम शेखर (गायन), श्वेता (गायन) तथा अंशु कुमारी एंड ग्रुप (लोकनृत्य) अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। तीन दिवसीय यह महोत्सव लोककला प्रेमियों के लिए एक यादगार अवसर साबित होगा, जो बिहार की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाई देने का काम करेगा।