सूबे को मिली पहली फिल्म सिटी, हो चुकी है कई भोजपुरी और हिंदी फिल्मों की शूटिंग

  • Post By Admin on Apr 07 2025
सूबे को मिली पहली फिल्म सिटी, हो चुकी है कई भोजपुरी और हिंदी फिल्मों की शूटिंग

जहानाबाद : बिहार के जिस जिले का नाम सुनते ही लोगों के अंदर डर बन जाता था, जिसकी पहचान कभी नक्सली कांड और उनकी गोलियों की आवाज से होती थी, वहां अब लाइट, कैमरा और एक्शन जैसे शब्द सुनने और कलाकारों की टोली देखने को मिल रही है। सूबे की पहली फिल्म सिटी, हैदर काजमी फिल्म सिटी की हवा और वातावरण बॉलीवुड कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को खूब भा रही है। अब तक आधा दर्जन से ज्यादा भोजपुरी और हिंदी फिल्मों के निर्माण का गवाह रही इस फिल्म सिटी में हर वो लोकेशन और साजो सज्जा का सामान मौजूद है, जो किसी बड़ी फिल्म सिटी या स्टूडियो में होती है। जहानाबाद के अलीनगर पाली गांव में जहां इन दिनों प्रोडक्शन नंबर-01 फिल्म की शूटिंग हो रही है। कभी यह जिला जहानाबाद जेल ब्रेक की घटना से चर्चित हुआ था, लेकिन अब इस शहर की बदली फिजा इन दिनों रुपहले पर्दे के कलाकारों की पसंदीदा जगह बन गई है।

सूबे की राजधानी से मात्र 50 किलोमीटर दूर बनी यह फिल्म सिटी उन फिल्म निर्माताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है, जो फिल्म गांव और ग्रामीण परिवेश पर आधारित हो। इसी कड़ी में फिल्म प्रोडक्शन नंबर 01 की शूटिंग करने पहुंचे बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार और हिंदी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से धमाल मचा चुके अखिलेंद्र मिश्रा ने बताया कि बिहार की बदली फिजा मुंबईया कलाकारों को अपनी ओर आकर्षित करने लगी है।

वहीं, इस फिल्म सिटी को बनाने में अपनी पूरी ऊर्जा लगाने वाले और भोजपुरी फिल्म के मिथुन चक्रवर्ती के नाम से प्रसिद्ध अभिनेता हैदर काजमी ने बताया कि अब तक इस फिल्म सिटी में छह से ज्यादा भोजपुरी और हिंदी फिल्मों का निर्माण हो चुका है,उन्होंने बताया कि पटना, राजगीर, बोध गया जैसे पॉपुलर लोकेशन के बीचो बीच बनी इस फिल्म सिटी में निर्मित कई फिल्में विदेश में फिल्म महोत्सव में अपना झंडा फहरा चुकी है। वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार की जिस तरह की छवि बना दी गई है, वह चाहते हैं कि कला के माध्यम से पुरानी चीजों को बदला जाए, जिसकी शुरुआत हो चुकी हैं ,उन्होंने बताया कि अगर राज्य सरकार उनकी मदद करे तो बिहारी कलाकारों को काम की तलाश में मुंबई जाना नहीं पड़ेगा।

वहीं, फिल्म की मुहूर्त पर पहुंचे बिहार सरकार के लघु जल संसाधन के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने इस फिल्म सिटी की प्रशंसा करते हुए बताया कि दूर दराज के गांवों में भी अब बिहार की बेहतर छवि पेश करने की कवायद शुरू हो गई है। इस फिल्म सिटी के माध्यम से बिहारी कलाकारों को अब मायानगरी में धक्का खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बिहार की यह पहली फिल्म सिटी है, जहां मुंबई से कलाकार यहां पहुंच कर फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। वहीं, फिल्म सिटी खुलने से बिहारी कलाकारों को सीखने में मदद तो होगा ही साथ ही उन्हें अब मुंबई जैसे शहरों में धक्का खाने जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।