लोक सुरों की गूंज से झूम उठा प्रेमचंद रंगशाला, तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव का हुआ समापन
- Post By Admin on Oct 06 2025

पटना : कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सौजन्य से सर्वविद्या सरोज फाउंडेशन, बिहार की कला इकाई “स्वरा आर्ट एंड कल्चर” द्वारा आयोजित तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव 2025 का भव्य समापन सोमवार की शाम प्रेमचंद रंगशाला, पटना में हुआ। इस आयोजन में बिहार के विभिन्न लोक दलों ने लोकगीतों और लोकनृत्यों की अद्भुत प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समापन दिवस यानी 06 अक्टूबर 2025 की संध्या में कार्यक्रम का आरंभ स्वरा आर्ट एंड कल्चर की टीम द्वारा सुश्री सारिका के निर्देशन में लोक भजन, लोकगीत और लोकनृत्य की प्रस्तुति से हुआ। मंच पर जब पारंपरिक सुर और लोक लय गूंजी तो दर्शकों ने तालियों से पूरा माहौल गुंजायमान कर दिया। इसके पश्चात गेधा रानी के दल ने लोकगायन की मधुर प्रस्तुतियाँ दीं, वहीं सोनग दल ने अपनी लोकधुनों और पारंपरिक गीतों से दर्शकों का दिल जीत लिया। समापन दिवस की अंतिम प्रस्तुति मानसी एवं ग्रुप द्वारा किए गए लोकनृत्य की रही, जिसने पूरे सभागार में उत्साह और उमंग का संचार कर दिया।इस अवसर पर आर्या कुमारी, दिव्याश्री, आराध्या चौधरी, आराध्या कर्ण, मैत्रेयी राज, वैष्णवी, ऐशुताश्री, काजल, रेखा कुमारी, माधुरी और आराध्या गुप्ता जैसी प्रतिभाशाली कलाकारों ने मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
संगीत संयोजन में हारमोनियम पर डॉ. सारिका, तबले पर प्रवीर कुमार, ढोलक पर उत्पल कुमार, की-बोर्ड पर राजन कुमार और ऑक्टोपैड पर गौतम कुमार ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया ।कार्यक्रम के अंत में संस्था की सचिव डॉ. सारिका ने कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार, सभी आमंत्रित कलाकारों, अतिथियों और दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव 2025 के सफल समापन की घोषणा की।
यह महोत्सव बिहार की लोक परंपरा, संगीत और संस्कृति को समर्पित एक अद्भुत पहल साबित हुआ, जिसने यह संदेश दिया कि आधुनिक युग में भी लोककला की आत्मा जीवित है और नई पीढ़ी इसे संजोने के लिए तत्पर है।