तमिलनाडु : कमजोर पड़ा चक्रवात दित्वाह, तटीय इलाकों में भारी बारिश का खतरा टला
- Post By Admin on Dec 01 2025
चेन्नई : दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात ‘दित्वाह’ अब डीप डिप्रेशन में बदल चुका है, जिससे तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में भारी बारिश का खतरा काफी हद तक टल गया है। पहले जिन जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी थी, वहां अब हालात सामान्य होते दिख रहे हैं।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) के मुताबिक चक्रवात तटों के समानांतर गुजरते हुए लगातार कमजोर हुआ। रविवार सुबह जारी 24 घंटे के आंकड़ों में कराईकल में सबसे अधिक 19 सेमी बारिश दर्ज की गई। इसके बाद मयिलादुथुरै जिले के सेम्बनारकोविल में 17 सेमी, जबकि नागपट्टिनम और मयिलादुथुरै शहर में 15 सेमी बारिश हुई। सिरकाजी और तिरुवारूर में 14 सेमी, जबकि थंगाचीमदम और थोंडी (रमणाथपुरम) में भी भारी वर्षा हुई।
डेल्टा क्षेत्रों में नागपट्टिनम के तिरूपोंडी और तंजावुर के कुरुंगुलम में 13 सेमी, जबकि कोडियाकरै, वेदारण्यम, नन्निलम और सेतियाथोप्पू में 12 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई। लगातार बारिश ने तटीय क्षेत्रों में मौसम को नमी से भर दिया है, हालांकि खतरा अब काफी कम हो गया है।
कमजोर हो चुका यह सिस्टम रविवार रात तक लगभग 180 किमी इलाके में फैला हुआ उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा था। सोमवार सुबह इसकी स्थिति पुडुचेरी से 110 किमी दक्षिण-पूर्व, वेदारण्यम से 140 किमी उत्तर-पूर्व और चेन्नई से 180 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सिस्टम और कमजोर होगा तथा तट से इसकी न्यूनतम दूरी करीब 30 किमी रह सकती है, लेकिन तीव्रता कम होने से भीषण बारिश की आशंका लगभग समाप्त है।
मौसम विभाग ने सोमवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना जताई है, जबकि तिरुवल्लूर जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
6 दिसंबर तक राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बरसात जारी रहने के आसार हैं। चेन्नई और आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे तथा कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
उधर, गल्फ ऑफ मन्नार, कुमारी सागर और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तेज हवाओं के बने रहने की चेतावनी जारी है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है।