शारदीय खरीफ अभियान का शुभारंभ, उन्नत कृषि को बढ़ावा देने हेतु दी गई जानकारी
- Post By Admin on May 22 2025

लखीसराय : जिले में खरीफ मौसम के लिए कृषि जागरूकता और उन्नत खेती को बढ़ावा देने हेतु गुरुवार को शारदीय खरीफ अभियान 2025 का शुभारंभ जिला समाहरणालय परिसर स्थित मंत्रणा कक्ष सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी श्री मिथिलेश मिश्र ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर डीएम ने किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़ते हुए स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न और सोयाबीन जैसी फसलों की खेती अपनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए सभी स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम का आयोजन कृषि विभाग अंतर्गत कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) के सौजन्य से किया गया। दीप प्रज्वलन में डीएम के साथ बसोका के संयुक्त निदेशक डॉ. नीरज कुमार, मुंगेर प्रमंडल के संयुक्त निदेशक (शस्य) शैलेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी सुबोध कुमार सुधांशु, भूमि संरक्षण उपनिदेशक गुंजन कुमार, सहायक निदेशक संजीव कुमार, उद्यान निदेशक राजीव रंजन कुमार एवं जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक शामिल हुए।
इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र हलसी के वरीय वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार एवं सुनील कुमार सहित जिले के सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, तकनीकी प्रबंधक, कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार भी मौजूद रहे। मंच संचालन रामगढ़ चौक के प्रखंड तकनीकी प्रबंधक राजीव कुमार राय ने किया।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक (शस्य), मुंगेर ने बताया कि इस वर्ष विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती, मोटे अनाज, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न और हाइब्रिड धान जैसी कई नवीन योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनका उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है।
जिला कृषि पदाधिकारी सुबोध कुमार सुधांशु ने खरीफ अभियान की रणनीति विस्तार से साझा करते हुए बताया कि:
-
19 से 25 मई तक प्रत्येक प्रखंड की तीन पंचायतों में एलईडी वाहन के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
-
26 मई से 1 जून तक प्रखंड मुख्यालयों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे।
-
2 से 21 जून तक सभी पंचायतों में किसान चौपाल का आयोजन होगा।
-
25 जून से ढैंचा बीज का वितरण और 30 जून तक धान, मक्का, सोयाबीन, स्वीट व बेबी कॉर्न सहित विभिन्न बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
राज्य से आए नोडल पदाधिकारी डॉ. नीरज कुमार ने फार्मर रजिस्ट्री से जुड़ी जानकारियां दीं और सभी विभागीय अधिकारियों को योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
कार्यक्रम में किसानों से जुड़ाव, योजनाओं की पारदर्शी क्रियान्वयन और उन्नत बीजों के समय पर वितरण के लिए ज़ोर दिया गया, जिससे खरीफ सीजन को लाभकारी बनाया जा सके।