एशियन अंडर-19 बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की सुनहरी चमक, 14 पदकों के साथ रचा इतिहास
- Post By Admin on Aug 10 2025
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बैंकॉक : थाईलैंड की धरती पर भारतीय मुक्केबाजों ने एशियन अंडर-19 बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। रविवार को समापन हुए मुकाबलों में भारत ने कुल 14 पदक अपने नाम किए, जिनमें 3 स्वर्ण, 7 रजत और 4 कांस्य शामिल हैं।
सबसे बड़ा आकर्षण रही निशा (54 किग्रा) और मुस्कान (57 किग्रा) की स्वर्णिम जीत। निशा ने दिन के दूसरे मुकाबले में चीन की सिरुई यांग को 4:1 से मात देकर भारत के लिए स्वर्ण पदक का खाता खोला। इसके बाद मुस्कान ने कजाकिस्तान की अयाजान एर्मेक के खिलाफ 3:2 से रोमांचक जीत दर्ज की।
पुरुष वर्ग में राहुल कुंडू (75 किग्रा) ने उज्बेकिस्तान के मुहम्मदजोन याकूपबोवेक पर 4:1 से जीत दर्ज कर भारत को तीसरा स्वर्ण दिलाया। राहुल की यह जीत न केवल तकनीकी कौशल बल्कि मानसिक मजबूती का भी प्रमाण रही।
महिला वर्ग में भारत की ताकत खासतौर पर दिखी। अंडर-19 प्रतियोगिता में उतरी 10 महिला मुक्केबाजों में से 9 ने पदक जीते—2 स्वर्ण, 5 रजत और 2 कांस्य। रजत जीतने वालों में विनी (60 किग्रा), निशा (65 किग्रा), आरती कुमारी (75 किग्रा), कृतिका वासन (80 किग्रा) और पार्ची टोकस (80+ किग्रा) शामिल रहीं।
पुरुष वर्ग में मौसम सुहाग (65 किग्रा) और हेमंत सांगवान (80 किग्रा) फाइनल तक पहुंचे लेकिन उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा। वहीं, यशिका (51 किग्रा), आकांक्षा फलसवाल (70 किग्रा), शिवम (55 किग्रा) और गौरव (85 किग्रा) ने कांस्य पदक हासिल कर भारत के पदक तालिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस बार की चैंपियनशिप की खास बात यह रही कि अंडर-19 और अंडर-22 वर्ग का आयोजन एक साथ हुआ। भारत ने 40 मुक्केबाजों का मजबूत दल भेजा और एशिया के दिग्गज खिलाड़ियों के सामने दमदार प्रदर्शन करते हुए अपनी स्थिति मजबूती से स्थापित की।
अंडर-22 वर्ग में भी भारत ने 13 पदक पक्के कर लिए हैं, और सोमवार को पांच मुक्केबाज स्वर्ण पदक के लिए रिंग में उतरेंगे। इससे भारत के पदकों की संख्या और बढ़ने की पूरी संभावना है।
यह प्रदर्शन न केवल भविष्य के ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप के लिए उम्मीद जगाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारत के युवा मुक्केबाज एशिया में अपनी बादशाहत कायम करने की राह पर हैं।