दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम ना मिलेंगे हनुमान :अनूप जलोटा

  • Post By Admin on May 13 2023
दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम ना मिलेंगे हनुमान :अनूप जलोटा

बेगूसराय: गंगा की गोद में बसे राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के पैतृक गांव सिमरिया में शुक्रवार की रात भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा देर रात तक दर्शकों को झूमाते रहे। मौका था सहस्त्र चंडी महायज्ञ में भजन संध्या कार्यक्रम का।

करीब दो घंटा विलंब से रात दस बजे सांस्कृतिक मंच पर पहुंचे अनूप जलोटा ने ना केवल भजन से लोगों को झूमया। बल्कि अपने चर्चित गजल और बीच-बीच में हंसी के फुहारों से भी दर्शकों को लोटपोट करते रहे। अनूप जलोटा ने अपने भजन की शुरुआत ''ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन'' से किया। उसके बाद उन्होंने ''अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम'', ''राम नाम की लूट है लूट सको तो लूट'', ''बचपन बीता खेल खेल में'', ''दुनिया चले ना श्री राम के बिना'', ''श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम'' और ''जग में सुंदर है दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम'' गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिन्हें कैसेट में सुनते थे उन्हें अपने सामने गाते देखकर पंडाल में जुटे हजारों दर्शक भी आह्लादित थे।

पद्मश्री अनूप जलोटा ने ''इतना तो करना स्वामी'', ''प्रभु जी तुम चंदन हम पानी'', ''मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो'' और ''रंग दे चुनरिया'' समेत कई ऐसे गीत गाए जो दर्शकों को भावविभोर कर गया। उन्होंने अपने चर्चित गजल ''मोहे आई ना जग से लाज इतना झूम के नाची आज'' जब गाया तो पूरा पंडाल झूम उठा। बीच-बीच में वे अपने सहयोगी कलाकारों का भी मनोबल बढ़ाते रहे। कार्यक्रम शुरू होने से पहले अनूप जलोटा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के आवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने दिनकर जी को नमन किया तथा परिजनों से बात की। इसके बाद यज्ञ स्थल पर पहुंचे जहां यज्ञ कमेटी के अध्यक्ष शंभू सिंह ने अंग वस्त्र और प्रतीक चिन्ह से स्वागत किया। मंच पर कथावाचक पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी उपस्थित थे। लेकिन उन्होंने मंच संचालक के अनुरोध के बावजूद अनूप जलोटा का स्वागत नहीं किया। भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे।