मानवाधिकार को आमजन तक पहुंचाने को लेकर पीयूसीएल की बैठक आहूत
- Post By Admin on Jul 16 2023

मुजफ्फरपुर: आज दिनांक 16 जुलाई, 2023 को पीयूसीएल मुजफ्फरपुर इकाई के द्वारा "मानवाधिकार को आम जनों के बीच कैसे ले चलें" विषयक एक संगोष्ठी विश्वविभूति पुस्तकालय, कच्ची पक्की, मुजफ्फरपुर में आयोजित की गई।
संगोष्ठी में पीयूसीएल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रभाकर सिन्हा मुख्य वक्ता रहे। अपना वक्तव्य देते हुए प्रो. सिन्हा ने कहा कि मानवाधिकार हम सबों का जन्मसिद्ध अधिकार है और ये ऐसे अधिकार है जो कभी छीने नहीं जा सकते है। आज मानवाधिकार को लेकर आम जनों में जागरूकता और प्रसार आवश्यक है और यह तभी सम्भव है जब हम इसको लेकर आम लोगों के बीच फैले गलत अवधारणाओं को दूर करें। आम लोग यह बात समझे कि अगर कहीं किसी के मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है तो फिर कल ऐसा उनके साथ भी हो सकता है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि समाज में एक दूसरे के प्रति बराबरी का भाव होना चाहिए। उन्होंने कर्तव्य और अधिकार के बीच सामंजस्य की बात पर बल दिया और कहा कि हमारे अंदर एक दूसरे के प्रति बराबरी का भाव विकसित करना चाहिए। प्रो. विजय कुमार जायसवाल ने कहा कि लगातार विरोध के स्वर को दबाया जा रहा है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से जुड़ने और उनके बीच कार्यक्रम लेने की जरूरत पर प्रकाश डाला। मकबूल अहमद ने मानवाधिकार को आम जनों के बीच कैसे ले जाए इस पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण लोग अनचाहे पलायन के शिकार हैं, सरकार इस मुद्दे पर ध्यान दें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पीयूसीएल, मुजफ्फरपुर के अध्यक्ष प्रो. के.के. झा ने किया। अध्यक्षता करते हुए प्रो. झा ने समता, बंधुत्व पर बल दिया साथ ही उन्होंने पीयूसीएल के भविष्य के कार्ययोजनाओं की भी चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन महासचिव प्रो. एम एन रज़वी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन जिला सचिव अंकित आनंद ने किया। कार्यक्रम को मुख्य रूप से शाहिद कमाल, प्रो. अवधेश कुमार, प्रो. भारती सिन्हा, डॉ. संजय कुमार सुमन, डॉ. विश्व आनंद, मो. शाहिद, रमण कुमार, रमेश चंद्रा, प्रभात कुमार, अरुण कुमार सिंह, अरविन्द कुमार, राजगीर कुमार, जगत नारायण राय, अनिल शंकर ठाकुर आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में मो. इदरीस, सुनील कुमार, अविनाश कुमार, अमित चंद्र, अच्युतानंद किशोर "नवीन" आदि उपस्थित रहें।