अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण

  • Post By Admin on Dec 09 2025
अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण

लखीसराय : अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा वृन्दावन स्थित गायत्री मंदिर के निकट एक प्रतीकात्मक पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में देववृक्ष पीपल का एक पौधा और दो शो-प्लांट लगाए गए, जिसका नेतृत्व पर्यावरण प्रहरी दयानंद शर्मा ने किया।

पर्यावरण भारती के संस्थापक तथा पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक राम बिलास शाण्डिल्य ने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण संकट से बचने का सबसे कारगर उपाय निरंतर पौधारोपण ही है। उनका मानना है कि दुनिया में इसका कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने दिल्ली जैसे महानगरों में बढ़ते प्रदूषण स्तर का उल्लेख करते हुए कहा कि 300 AQI से ऊपर पहुँच चुका वायु प्रदूषण पेड़ों की अंधाधुंध कटाई का परिणाम है। उन्होंने लोगों से अपने आसपास कम से कम दस पेड़ लगाने की अपील की।

शाण्डिल्य ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2003 में पहली बार 9 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाया था, जिसका उद्देश्य नागरिकों को भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट करना है। उनके अनुसार, किसी भी देश का विकास भ्रष्टाचार के रहते संभव नहीं है। भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लिए उन्होंने कठोर कानून, त्वरित न्याय, पारदर्शिता, जवाबदेही, डिजिटलीकरण, ई-गवर्नेंस, सामाजिक जागरूकता, मीडिया की सशक्त भूमिका और जनसहभागिता को अत्यंत आवश्यक बताया।

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि डेनमार्क, फिनलैंड, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और स्वीडन जैसे देश दुनिया में न्यूनतम भ्रष्टाचार वाले हैं, जबकि सीरिया, वेनेजुएला, यमन और सूडान सबसे अधिक भ्रष्ट देशों की श्रेणी में आते हैं। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की 2024 रिपोर्ट के अनुसार भारत 180 देशों में 96वें स्थान पर है, जबकि जापान 20वें स्थान पर स्थित है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की विभिन्न धाराएँ लागू हैं, जिनके आधार पर भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है।

शाण्डिल्य ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर पौधारोपण पर्यावरण के साथ-साथ समाज में पारदर्शिता, जिम्मेदारी और सकारात्मक बदलाव का संदेश देता है। यह कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणादायक कदम है।

कार्यक्रम में शिक्षक अरविंद कुमार, दयानंद शर्मा, गौरव कुमार, राम बिलास शाण्डिल्य, शंकर शर्मा, रामचंद्र शर्मा, भवेश शर्मा, नितेश कुमार, भरत कुमार समेत कई स्थानीय नागरिकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।