मेरठ में तेजी से चल रहा नमो भारत के अंडरग्राउंड कार्य, स्टेशनों में होगा बड़ा फर्क
- Post By Admin on Jan 20 2025

मेरठ : रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएमेरठ में तेजी से चल रहा नमो भारत के अंडरग्राउंड कार्य, स्टेशनों में होगा बड़ा फर्कस) कारिडोर के निर्माण कार्य में तेजी आई है। आने वाले जून तक मोदीपुरम तक नमो भारत और मेरठ मेट्रो के संचालन का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत मेरठ के भूमिगत स्टेशनों का कार्य तेजी से चल रहा है और हाल ही में इन निर्माणाधीन स्टेशनों की कुछ झलकियां सामने आई हैं, जो इस परियोजना की भव्यता का संकेत देती हैं।
भैंसाली स्टेशन : केवल मेरठ मेट्रो की सुविधा
भैंसाली स्टेशन एक भूमिगत स्टेशन है। जिसकी लंबाई लगभग 258 मीटर और गहराई करीब 17 मीटर है। इस स्टेशन में सिर्फ मेरठ मेट्रो की सेवा प्रदान की जाएगी। यहां से नमो भारत ट्रेन के लिए यात्रियों को दिल्ली की ओर शताब्दीनगर या मोदीपुरम के बेगमपुल स्टेशन जाना होगा। इस स्टेशन पर तीन प्रवेश-निकास द्वार तैयार किए जा रहे हैं, जो तेजी से बन रहे हैं। इन द्वारों से यात्री कानकोर्स लेवल तक पहुंचने के लिए दो एस्केलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
स्टेशन की विशेषता यह है कि यहां केवल मेरठ मेट्रो का संचालन होगा। इसके अलावा, इस स्टेशन के आसपास एक बस स्टैंड भी होगा। जहां से मुजफ्फरनगर, शामली, रुड़की, हरिद्वार जैसे शहरों के लिए बसें उपलब्ध होंगी और ऑटो-टैक्सी की सुविधा भी दी जाएगी।
बेगमपुल स्टेशन : एक ही पटरी पर दोनों सेवाएं
बेगमपुल स्टेशन शहर का सबसे गहरा भूमिगत स्टेशन होगा। जिसकी गहराई लगभग 23 मीटर और प्लेटफार्म की लंबाई करीब 207 मीटर होगी। इस स्टेशन पर न केवल नमो भारत बल्कि मेरठ मेट्रो दोनों के संचालन की व्यवस्था होगी। यह स्टेशन विशेष रूप से अपनी गहराई और संरचना के लिए अनोखा है। यहां दोनों ट्रेनें एक ही पटरी पर बारी-बारी से रुकेंगी। जिससे अत्याधुनिक सिग्नलिंग व्यवस्था के जरिए ट्रेनों के आवागमन में सामंजस्य रखा जाएगा।
इस स्टेशन में कुल चार तल होंगे—भूतल, व्यावसायिक गतिविधि वाला तल (पीडी लेवल), कानकोर्स और प्लेटफार्म तल। स्टेशन पर दो प्लेटफार्म होंगे और इन्हीं पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो बारी-बारी से रुकेंगी। स्टेशन के चार प्रवेश-निकास द्वार तैयार किए जा रहे हैं। जिनसे यात्री पीडी लेवल और कानकोर्स तक पहुंच सकेंगे।
भव्यता और आधुनिकता का संकेत
इन स्टेशनों के निर्माण कार्य से यह साफ है कि नमो भारत और मेरठ मेट्रो प्रोजेक्ट न केवल मेरठ, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ी परिवहन सुविधा साबित होने जा रहा है। इन भूमिगत स्टेशनों की भव्यता और अत्याधुनिक सुविधाएं स्पष्ट रूप से इस प्रोजेक्ट के सफल होने का संकेत देती हैं।