जम्मू बस हादसा : सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन को हरसंभव मदद के दिए निर्देश
- Post By Admin on Aug 21 2025

सांबा : जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के जतवाल क्षेत्र में माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं से भरी बस गुरुवार तड़के हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि करीब 40 यात्री घायल हो गए। घायलों में आठ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी पोस्ट में कहा गया, “अमरोहा (उत्तर प्रदेश) से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा जा रहे श्रद्धालुओं की बस के सांबा जिले में दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री ने मृतक श्रद्धालु के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को राहत और उपचार में कोई कमी नहीं रहने देने के निर्देश दिए हैं।”
हादसा उस समय हुआ जब यात्रियों से भरी बस (रजिस्ट्रेशन नंबर- यूपी 81 बीटी 7688) कठुआ से कटरा की ओर बढ़ रही थी। जतवाल इलाके में अचानक बस का टायर फट गया, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर लगभग 30 फीट ऊंचे पुल से नीचे जा गिरा। हादसा इतना भीषण था कि बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और राहगीर मदद के लिए आगे आए और बस में फंसे लोगों को बाहर निकालकर जिला अस्पताल सांबा पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायलों को एम्स विजयपुर रेफर किया गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य में जुट गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी यात्री ने बताया कि “हम सभी सो रहे थे तभी अचानक जोरदार झटका लगा और बस पुल से नीचे गिर गई। ड्राइवर की लापरवाही इस हादसे का कारण बनी। बस में महिलाएं और बच्चे भी सवार थे, सभी घायल हो गए।” वहीं एक अन्य यात्री ने कहा कि वे 18 अगस्त को घर से निकले थे और चामुंडा देवी व ज्वालाजी मंदिर के दर्शन कर माता वैष्णो देवी जा रहे थे, तभी रात करीब डेढ़ बजे यह हादसा हो गया।
गौरतलब है कि माता वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान देशभर से हजारों श्रद्धालु हर दिन कटरा पहुंचते हैं। इस तरह के हादसे ने एक बार फिर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार से सड़कों की स्थिति सुधारने और तीर्थयात्रा मार्गों पर वाहनों की कड़ी जांच की मांग की है।