अपनी स्थिति सुधारने के लिए मुसलमानों को देना होगा ध्यान: मुफ्ती सोहराब नदवी
- Post By Admin on Dec 23 2024

समस्तीपुर : जिले के ताजपुर हाई स्कूल के मैदान में “मुसलमान की वर्तमान स्थिति और हमारा दायित्व” शीर्षक से आयोजित कार्यक्रम में इमारत ए शरिया के नायब नाजिम मुफ्ती सोहराब नदवी ने शिक्षा, समाज सुधार और सामाजिक जिम्मेदारियों पर महत्वपूर्ण विचार रखे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मुसलमानों के वर्तमान सामाजिक और आर्थिक हालात पर चर्चा करना और उनके सुधार के उपायों पर विचार-विमर्श करना था।
मुफ्ती सोहराब नदवी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि “शिक्षा के क्षेत्र में हमारी भागीदारी आबादी के अनुपात में शून्य है। जो लोग शिक्षा को अपना लक्ष्य बनाते हैं उन्हें उन्नति के शीर्ष पर पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता।” उन्होंने कहा कि मुसलमानों को समाज में अपनी स्थिति सुधारने के लिए पांच प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान देना होगा।
पहला बच्चों को शिक्षा देना - बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की आवश्यकता पर उन्होंने जोर दिया और कहा कि उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
दूसरा भेदभाव को समाप्त करना - उन्होंने समाज में फैले भेदभाव को दूर करने की बात की और कहा कि समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए।
तीसरा ईश्वर के आदेशों के अनुसार जीवन जीना - उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन को ईश्वर के आदेशों के अनुरूप बिताना चाहिए ताकि समाज में सुधार हो सके।
चौथा युवाओं को रोजगार से जोड़ना - उन्होंने कहा कि मुसलमानों को व्यापार और रोजगार के क्षेत्र में अपने युवा वर्ग को सक्रिय रूप से शामिल करना चाहिए। व्यापार के क्षेत्र को अपनाना नबी की सुन्नत है और इसमें बहुत सी बरकतें पाई जाती हैं।
और पांचवां व्यापार को अपनाना - नदवी ने व्यापार को बढ़ावा देने की बात की क्योंकि इसमें न केवल सामाजिक बल्कि आर्थिक उन्नति भी होती है।
कार्यक्रम में उच्च न्यायालय पटना के सीनियर अधिवक्ता खुर्शीद आलम ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि “मुसलमानों की समस्या केवल उनकी नहीं है बल्कि यह पूरे देश की समस्या है। हमें अपनी समस्याओं को देश की समस्याओं के रूप में देखना होगा और दलित, महादलित और पिछड़े वर्गों के साथ खड़ा होना होगा।” उन्होंने संविधान द्वारा दी गई स्वतंत्रताओं और अधिकारों को समझने का भी आह्वान किया।
मौलाना मोतीउर रहमान चतुर्वेदी और मौलाना कासिम सल्फी ने भी मुसलमानों की स्थिति और उसके सुधार के उपायों पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता हाई स्कूल ताजपुर के पूर्व प्रधानाध्यापक मौलाना कासिम सल्फी ने की। जबकि संचालन डॉक्टर बिस्मिल आरिफी ने किया।
कार्यक्रम के आयोजक जियाउर रहमान हीरा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और कार्यक्रम को समाप्त किया। इस अवसर पर कई प्रमुख हस्तियां भी उपस्थित थीं। जिनमें सरफराज फाजिलपुरी, जाकी अख्तर, अबू हैदर, डॉक्टर अफजल, अफरोज अहमद, तबरेज आलम रहीमाबादी, ताहिरुद्दीन ताहिर, कारी अतहर इकबाल सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।