रामदयालु सिंह महाविद्यालय में रामदयालु बाबू की स्मृति में संगीत संध्या का आयोजन
- Post By Admin on Nov 30 2024

मुजफ्फरपुर : रामदयालु सिंह महाविद्यालय में शुक्रवार को रामदयालु बाबू की स्मृति में एक भव्य संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी अद्भुत संगीत प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस आयोजन में छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर गीत-संगीत की विभिन्न विधाओं का आनंद लिया।
संगीत संध्या की शुरुआत में छात्र केशव ने गिटार पर प्रसिद्ध गीत “चलते चलते मेरे यह गीत याद रखना, कभी अलविदा ना कहना” की प्रस्तुति दी। जिस पर हारमोनियम पर सारस्वत ने संगत की। इस गीत को शिक्षक और छात्रों ने मिलकर समूह में गाया। इसके बाद प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने “जीना इसी का नाम है” फिल्म का मशहूर गीत “किसी के मुस्कुराहट पर हो निसार,
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार,
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार,
जीना इसी का नाम है…” गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस गीत की प्रस्तुति में उन्होंने भावनाओं को बेहद खूबसूरती से उकेरा।
इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीतों की भी प्रस्तुति दी। गिटार और हारमोनियम के संगत में क्लासिकल गायन का भी अद्भुत समां बांधा। संगीत और गायन की प्रस्तुति में आलिया, आयशा, हर्ष, केशव, नितिन, प्रणव और सारस्वत ने अपनी कला का अद्वितीय प्रदर्शन किया। जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह के साथ शिक्षकों की टीम में डॉ. नीलिमा झा, डॉ. रजनीकांत पांडे, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. सारिका चौरसिया, डॉ. आशीष कांता, डॉ. तूलिका सिंह, डॉ. प्रियंका दिक्षित, राजेश कुमार उर्फ गोल्टू और डॉ. ललित किशोर ने भी गायन में भाग लिया।
प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने इस अवसर पर छात्रों की संगीत प्रस्तुति की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में संगीत में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए कॉलेज में संगीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही सांस्कृतिक टीम के माध्यम से छात्रों को संगीत और नृत्य का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि वे अपनी कला को और निखार सकें। साथ ही कॉलेज की सांस्कृतिक कमेटी छात्रों में सांस्कृतिक जागरूकता फैलाने के लिए पहल करेगी।