एमसीपीआई (यू०) ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए हमले की निंदा कर सरकार से सख्त कार्रवाई की की मांग
- Post By Admin on Dec 09 2024

मुजफ्फरपुर : बिहार राज्य में बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) की परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा नॉर्मलाइजेशन प्रणाली का विरोध किया जा रहा था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान गर्दनीबाग स्थित घटनास्थल पर बीपीएससी अभ्यर्थियों ने धरना दिया। जिसमें उन्होंने एक ही प्रकार के प्रश्न पत्र की मांग की थी। इस प्रदर्शन को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (यूनाइटेड) [एम.सी.पी.आई.(यू०)] ने अपनी घोर निंदा की है और सरकार से अभ्यर्थियों के खिलाफ की गई बर्बरता पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एमसीपीआई (यू०) के राज्य सचिव चंद्र मोहन प्रसाद ने बताया कि बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग बिल्कुल जायज थी क्योंकि वे नॉर्मलाइजेशन प्रणाली का विरोध कर रहे थे और परीक्षा में एक समान प्रश्न पत्र की मांग कर रहे थे। इसके बावजूद बीपीएससी अधिकारी ने अभ्यर्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बजाय उन पर बर्बर हमला किया। इस हमले में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं छात्र नेता दिलीप कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
चंद्र मोहन प्रसाद ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा पहले नॉर्मलाइजेशन प्रणाली को स्वीकार किया गया था लेकिन अब अचानक एक समान प्रश्न पत्र की बात की जा रही है, जो इस बदलाव की प्रक्रिया में अनिश्चितता को दर्शाता है।
एमसीपीआई (यू०) ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने संविधान द्वारा प्रदत्त शांतिपूर्ण धरना और आंदोलन के अधिकार का उल्लंघन किया है। पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र में यह अधिकार हर नागरिक को है लेकिन यह सरकार आंदोलनों को बर्दाश्त नहीं कर रही है और आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज कर अपनी निरंकुशता का परिचय दे रही है।
एमसीपीआई (यू०) ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए गिरफ्तार छात्र नेता दिलीप कुमार को बिना शर्त रिहा करने, घटनास्थल की निष्पक्ष जांच करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, अस्पताल में भर्ती अभ्यर्थियों की देखभाल करने और उनकी मेडिकल स्थिति को प्राथमिकता देने और बीपीएससी परीक्षा की तिथि को बढ़ाने ताकि प्रभावित छात्रों को अपनी स्थिति सुधारने का समय मिल सके इन मांगों को सरकार के समक्ष रखा।
चंद्र मोहन प्रसाद ने अंत में कहा कि सरकार को छात्रों के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए था और उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए था, न कि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता। उन्होंने कहा कि पार्टी बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में है और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की आलोचना करती है। आगामी दिनों में इस मुद्दे को और अधिक मजबूती से उठाने का संकल्प लिया है।