जनपत्रकारिता से जननायिका बनीं सरला श्रीवास : सुनील

  • Post By Admin on Aug 12 2023
जनपत्रकारिता से जननायिका बनीं सरला श्रीवास : सुनील

मुजफ्फरपुर : आत्मविश्वास जिंदगी का सबसे खूबसूरत श्रृंगार है। इन बातों को अपने जीवन में उतारते हुए देश में सुख शांति के लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में पद यात्रा से लेकर साईकिल यात्रा करने वाली जन नायिका सरला श्रीवास सी जी नेट जन पत्रकारिता जागरूकता अभियान से जुड़ कर भारत देश के मीडिया डार्क जोन नक्सल प्रभावित इलाकों में भ्रमण कर लोगों की समस्याओं को समझी और सूचना क्रांति की मदद से गरीब, बेसहारों की जिंदगी में खुशियों की दीपक जलाई। उन्होंने सामाजिक कार्यों से लेकर समाज सुधार आंदोलन में अपने जीवन को किया समर्पित किया।

जन नायिका सरला श्रीवास जी जिन्होंने कला संस्कृति और प्रकृति से आम अवाम को जोड़ा, सामाजिक सांस्कृतिक कार्य करते हुए उन्होंने गाँधीयन संस्था एकता परिषद से जुड़ कर आदिवासी समाज के लिए जल जंगल जमीन के लिए संघर्ष करते हुए आदिवासी भाई बहनों को जमीन के पट्टा दिलाने का कार्य की। जन नायिका सरला श्रीवास का कहना था भाषा इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की वाहक होती है। यदि हम सफलतापूर्वक प्रकृति को बचाना चाहते हैं तो देशज लोगों को उनकी भाषा में ही सुनना होगा। इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए देशज भाषाओं को बचाने के लिए सी जी नेट स्वर फाउंडेशन के सहयोग से देहाती बुल्टु रेडियो की स्थापना की।

हंसराम कौशिक एवं अनुसुइया कौशिक की सुपुत्री सरला श्रीवास का जन्म 14 अगस्त 1986 को नाई परिवार में चीचगांव, बालाघाट मध्यप्रदेश में हुआ। जन्म के कुछ ही समय बाद ही पलायन कर मध्यप्रदेश के रामहेपुर, बैहर, बालाघाट चले गए। कम उम्र में ही अपने समाजिक कार्य कर गृह जिला बालाघाट मध्यप्रदेश में प्रसिद्ध हो गई। कलाकार बनते बनते मनुष्य बेहतर इंसान बन जाता हैं। नेक कार्य करने वाले को भगवान भी जल्द बुला लेते हैं। हुआ भी ऐसा ही, कार्य करते करते दिमागी बुखार की समस्या ने उन्हें तोड़ कर रख दिया, स्वस्थ होने के सभी प्रयास नाकाम हो गए और मात्र 34 वर्ष की उम्र में 21 मार्च 2020 में हम सभी ने उभरती हुई एक महान जन नायिका सरला श्रीवास को खो दिया।

देश समाज में कम समय मे किए गए उनके कार्य लोगों की जुबान पर आज भी हैं। जिला ही नहीं जापान तक चाहने वाले लोगों ने शोक व्यक्त किया। आज उनके नाम पर सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान, सरला श्रीवास युवा मंडल, सरला श्रीवास सोशल कल्चरल रिसर्च फाउंडेशन जन नायिका सरला श्रीवास के विचारधारा पर चलकर कार्य कर रही है। जिसमे विलुप्त हो रहे कठपुतली कला के माध्यम से जन जागरूकता, पुरखा पुरनिया संवाद सह सम्मान कार्यक्रम, युवा सम्मान ऐसे दर्जनों कार्यक्रम सामाजिक सहयोग से चलाया जा रहा है।