भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में मनाया गया भारतीय भाषा उत्सव

  • Post By Admin on Dec 12 2024
भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में मनाया गया भारतीय भाषा उत्सव

मुजफ्फरपुर : बुधवार को भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के वंदना सभागार में बीएड और डी.एल.एड प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा ‘भारतीय भाषा उत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया। इस उत्सव के दौरान विद्यार्थियों ने भारतीय भाषा के महत्व पर विचार प्रस्तुत किए और सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। जिसे उपस्थित दर्शकों ने खूब सराहा।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव रामलाल सिंह ने भारतीय भाषा के महत्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “भारतीय भाषा जीवन मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों की सच्ची संवाहक है। भारतीय भाषा को जन-जन तक पहुंचाना हमारा सामूहिक दायित्व है।” उनके संदेश ने उपस्थित छात्रों को भारतीय भाषाओं के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का अहसास कराया।

महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने कहा, “भारतीय भाषा उत्सव का आयोजन भाषाओं और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के उद्देश्य से किया गया है। यह हमारे समाज की अमूल्य धरोहर है। जिसे संरक्षित और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।”

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कॉलेज के सचिव डॉ. ललित किशोर ने कहा कि भारतीय भाषा को शिक्षा के सभी स्तरों में एकीकृत करना अत्यंत आवश्यक है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पाठ्यक्रम में भारतीय भाषा को अनिवार्य रूप से शामिल करने की बात करती है। जो भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण कदम है।

इस कार्यक्रम में कॉलेज के अध्यक्ष प्रो. सत्यनारायण गुप्त, कोषाध्यक्ष अवधेश कुमार और उपसचिव प्रो. अंगज ने भी भारतीय भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी छात्रों को इस उत्सव में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. अनामिका रानी ने बच्चों की उत्कृष्ट भागीदारी की सराहना करते हुए सभी का धन्यवाद किया और आशीर्वाद दिया। छात्र-छात्राओं ने भारतीय भाषा के सौंदर्य और महत्व को दर्शाते हुए एक सामूहिक नाट्य प्रस्तुत की। जिसका निर्देशन डॉ. सौरभ कुमार ने किया। इस प्रस्तुति को दर्शकों ने बहुत सराहा और विद्यार्थियों की नाटकीय कला की तारीफ की।

कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के मीडिया प्रमुख डॉ. सौरभ ने किया। उनके संचालन में कार्यक्रम में उत्साह और गर्मजोशी बनी रही। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक, छात्र और कर्मचारी उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से वे प्रेरित महसूस करते हैं और भारतीय भाषा के प्रति उनका सम्मान और बढ़ा है। इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने का संकल्प लिया और इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी माना।