अतिथि प्राध्यापक संघ ने उपमुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
- Post By Admin on Sep 04 2024

मुजफ्फरपुर : बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय अतिथि प्राध्यापक संघ ने लंगट सिंह कॉलेज परिसर में आए बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को सेवा समायोजन संबंधित ज्ञापन सौंपा। संघ ने अपने ज्ञापन में विभिन्न मुद्दों पर उपमुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें मुख्य रूप से अतिथि सहायक प्राध्यापकों की सेवा अवधि को 65 वर्ष तक विस्तारित करने और न्यूनतम वेतनमान पर सेवा की मांग की गई है।
संघ के प्रतिनिधियों ने उपमुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे यूजीसी द्वारा निर्धारित मानकों और प्रक्रिया के तहत नियुक्त अतिथि प्राध्यापकों को उच्च शिक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उचित सम्मान और सुरक्षा प्रदान करें। ज्ञापन में बताया गया कि पिछले पांच-छह वर्षों से अतिथि प्राध्यापक बिहार में शिक्षकों की कमी के बावजूद गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और ऐसे में उनकी सेवाओं का सामंजन किया जाना चाहिए।
संघ ने यह भी उल्लेख किया कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के संकल्प संख्या 1594 दिनांक 20.08.14 के अनुसार स्वीकृत रिक्त पदों के विरुद्ध विश्वविद्यालय चयन समिति द्वारा अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति की गई है। एक आंकड़े के अनुसार, बिहार के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 10 लाख से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं, जबकि यूजीसी के मानक 30:1 के अनुसार 40,000 से अधिक शिक्षकों की आवश्यकता है। इस स्थिति में, अतिथि प्राध्यापकों ने उच्च शिक्षा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और उनकी सेवाओं का विस्तार किया जाना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री ने अतिथि प्राध्यापक संघ की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और वार्ता के लिए 10 सितंबर को पटना कार्यालय में समय दिया। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधियों में डॉ. राघव कुमार, डॉ. नितेश कुमार, डॉ. सर्वेश्वर कुमार सिंह, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. गुंजन कुमार, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. देवेंद्र कुमार, डॉ. परमानंद शर्मा, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. राकेश रंजन, डॉ. रामकृष्ण कुमार, डॉ. संजय कुमार, डॉ. राकेश कुशवाहा, बिट्टू साह, डॉ. मुकेश कुमार और डॉ. दीपक साह शामिल थे।