प्रेमी के घर नवजात के साथ धरने पर बैठी प्रेमिका, न्याय की मांग
- Post By Admin on Nov 18 2024

गढ़वा : जिले के मेराल थाना क्षेत्र के देवगाना गांव में एक युवती रेखा पिछले 10 दिनों से अपने नवजात बच्चे के साथ अपने कथित प्रेमी के घर के बाहर धरने पर बैठी है। यह अनूठी घटना स्थानीय क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। जहां रेखा अपने प्रेमी सुजीत और उसके परिवार से न्याय की गुहार लगा रही है। प्रेम में धोखा खाने के बाद रेखा अब अपने अधिकारों की मांग कर रही है, लेकिन उसका प्रेमी और उसका परिवार घर छोड़कर फरार हो गए हैं और घर पर ताला लगा दिया गया है।
रेखा ने बताया कि उसकी मुलाकात सुजीत से पिछले साल छठ महापर्व के दौरान हुई थी। जब वह अपनी बड़ी बहन के घर देवगाना गांव आई थी। यह मुलाकात दोस्ती में बदल गई और धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार का सिलसिला शुरू हुआ। रेखा का कहना है कि उनकी मुलाकातें और फोन पर बातें लगातार चलती रही और इस दौरान वह गर्भवती भी हो गई। जब उसे गर्भवती होने का पता चला, तो सुजीत ने उसे आश्वासन दिया था कि वे बच्चे के जन्म के बाद घर वालों को सब बतायेंगे, ताकि गर्भपात जैसी स्थिति से बचा जा सके लेकिन रेखा का आरोप है कि सुजीत ने न केवल उसे धोखा दिया, बल्कि अब उसकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सितंबर महीने में रेखा ने गढ़वा महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन तीन महीने बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद 5 नवंबर को रेखा अपने नवजात बच्चे के साथ सुजीत के घर पहुंच गई, लेकिन वहां उसे कोई जवाब नहीं मिला। सुजीत और उसके परिवार ने घर छोड़ दिया और घर पर ताला लगा दिया।
रेखा ने कहा कि वह अब न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी और अगर उसे न्याय नहीं मिलता है तो वह अपनी जान भी दे सकती है। उसका कहना था, “या तो मैं जीतूंगी और घर की बहू बनूंगी, या हारूंगी तो अपनी जान दे दूंगी।”
स्थानीय एकल महिला समूह की प्रखंड अध्यक्ष, बबीता ने कहा कि उन्हें रेखा के धरने की जानकारी मिली और उन्होंने रेखा से मिलने का निर्णय लिया। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस मामले में पहल करेंगे और हर संभव प्रयास करेंगे ताकि रेखा को न्याय मिल सके।
यह मामला अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है और स्थानीय लोग इस मामले में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। रेखा की साहसिकता और उसकी लड़ाई ने इस पूरे घटनाक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। जिससे यह सवाल उठता है कि क्या न्याय प्रणाली इस मामले में उचित कदम उठाएगी, ताकि एक मां और उसके बच्चे को न्याय मिल सके।