चुनाव से पहले बिहार-झारखंड बॉर्डर सील, गढ़वा में फंसे बिहार के 50 मतदाता

  • Post By Admin on Nov 10 2025
चुनाव से पहले बिहार-झारखंड बॉर्डर सील, गढ़वा में फंसे बिहार के 50 मतदाता

गढ़वा : बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले झारखंड और बिहार की सीमाएं पूरी तरह सील कर दी गई हैं। सुरक्षा के इस बंदोबस्त का असर अब आम मतदाताओं पर भी दिखने लगा है। झारखंड के गढ़वा जिले में बिहार के लगभग 40 से 50 मतदाता फंसे हुए हैं, जो सोन नदी पार कर अपने गांव लौटना चाहते हैं ताकि मतदान कर सकें।

प्रशासन ने सोन नदी में नावों का परिचालन रोक दिया है, जिससे ये मतदाता बिहार नहीं जा पा रहे हैं। सीमाएं 9 नवंबर की शाम 6 बजे से सील की गई हैं और 11 नवंबर को शाम 5 बजे तक बंद रहेंगी।

मामला गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड के श्रीनगर इलाके का है, जहां सोन नदी के उस पार बिहार का रोहतास जिला पड़ता है। सामान्य दिनों में लोग नाव के जरिए आवाजाही करते हैं, लेकिन चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से यह मार्ग बंद कर दिया गया है।

गढ़वा में फंसे मतदाताओं का कहना है कि वे अपने गांव जाकर मतदान करना चाहते हैं, लेकिन नाव बंद होने से वे नदी पार नहीं कर पा रहे हैं। नाव चालकों का कहना है कि थाना से आदेश मिला है कि मतदान तक नाव का संचालन बंद रहेगा।

गढ़वा के मजिस्ट्रेट यशवंत कुमार ने बताया कि बिहार में 11 नवंबर को मतदान होना है, इसी कारण नावों पर अस्थायी रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि झारखंड में मौजूद बिहार के लोगों को सुरक्षा कारणों से वहीं रोक दिया गया है।

वहीं, गढ़वा के एसपी अमन कुमार ने बताया कि बिहार सीमा से सटे सभी इलाकों — कांडी, रमकंडा, भंडरिया और बैकुंठपुर — में पुलिस बल, वन विभाग और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई है और वाहनों की गहन जांच की जा रही है।

एसपी ने कहा कि दोनों राज्यों के प्रशासन ने इंटर-स्टेट मीटिंग में निर्णय लिया था कि मतदान से 72 घंटे पहले सीमाएं पूरी तरह सील की जाएंगी। उन्होंने बताया कि “किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है ताकि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सके।”