तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव के दूसरे दिन लोकगीतों और नृत्यों ने बांधा समां
- Post By Admin on Oct 05 2025

पटना : कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सौजन्य से सर्वविद्या सरोज फाउंडेशन की कला इकाई “स्वरा आर्ट एंड कल्चर” द्वारा आयोजित तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव के दूसरे दिन प्रेमचंद रंगशाला, पटना में लोककला और संगीत की सुरम्य छटा बिखरी।
कार्यक्रम का शुभारंभ सायं 6:30 बजे मधुर वाणी के साथ श्वेता सुरभि ने किया। इसके बाद स्वरा आर्ट एंड कल्चर की टीम ने संस्था की सचिव डॉ. सारिका के निर्देशन में लोक भजन एवं लोकनृत्य प्रस्तुत किए, जिनमें “जगदम्बा घर में”, “पिया मेहंदी”, “महल पर कागा”, “रामजी से पूछे जनकपुर के नारी” जैसे गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पश्चात सत्यम शेखर और उनके दल ने “जय जय दुर्गे महारानी”, “लेले अईह बालम बजरिया से चुनरी” और पारंपरिक छठ गीतों की प्रस्तुति से वातावरण भक्तिमय बना दिया। वहीं श्वेता के दल ने “शिव कैलास के वासी”, “सोहर”, “बलम रसिया”, “बारहमासा” जैसे लोकगीतों से दर्शकों का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति अंशु कुमारी एवं ग्रुप की रही, जिन्होंने पारंपरिक लोकनृत्य प्रस्तुत कर मंच पर जोश और उल्लास का माहौल बना दिया। प्रदर्शन में आर्या कुमारी, दिव्याश्री, आराध्या चौधरी, मैत्रेयी राज, वैष्णवी, ऐशुताश्री, काजल, माधुरी सहित कई प्रतिभाशाली कलाकारों ने भाग लिया। संगीत संयोजन में हारमोनियम पर डॉ. सारिका, तबले पर प्रवीर कुमार, ढोलक पर उत्पल कुमार, की-बोर्ड पर राजन कुमार और ऑक्टोपैड पर गौतम कुमार ने संगत की। महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन मेधा (गायन), सोनम (गायन) तथा मानसी एंड ग्रुप (लोकनृत्य) अपनी प्रस्तुति देंगी।