पेट्रोल व डीजल के डब्बों में लगी आग, पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल

  • Post By Admin on Jan 06 2025
पेट्रोल व डीजल के डब्बों में लगी आग, पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल

समस्तीपुर : जिले के उजियारपुर थाना अंतर्गत जनकपुर गांव के आजाद चौक के पास स्थित एक गोदाम में शनिवार की देर शाम पेट्रोल और डीजल के डब्बों में अचानक आग लग गई। आग की लपटें देखते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी विकराल हो गई कि स्थानीय लोगों को तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचित करना पड़ा। आग की सूचना मिलने पर दलसिंहसराय और उजियारपुर से अग्निशमन दस्ता घटनास्थल पर पहुंचे और कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक गोदाम के आसपास का इलाका जलकर राख हो गया। सूत्रों के अनुसार, यह गोदाम अवैध तरीके से तेल चोरी कर स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। यहां पर तेल टैंकरों से चोरी कर पेट्रोल और डीजल का स्टोर किया जाता था। शनिवार शाम को भी एक टैंकर पेट्रोल लेकर गोदाम से बाहर निकला था, तभी अचानक आग लग गई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि गोदाम के आसपास आवासीय इलाका नहीं है। इस कारण जनहानि की कोई सूचना नहीं है, लेकिन यदि यह आग आवासीय इलाके में फैलती, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।

यह गोदाम एक अवैध तेल कटिंग के कारोबार का हिस्सा बताया जा रहा है, जो वर्षों से NH-28 पर स्थित सातनपुर से लेकर बंगरा थाना इलाके तक चलता आ रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस अवैध कारोबार को छिपाने के लिए इकरी और बांस के घेरे से गोदाम को घेर रखा गया था। पुलिस और प्रशासन के स्तर पर इस अवैध गतिविधि को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। जिससे इस तरह की घटनाओं के होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। उजियारपुर थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें आग की सूचना मिली थी और उन्होंने तुरंत संबंधित विभागों को सूचना देकर आग पर काबू पाया। हालांकि, स्थानीय सूत्रों का कहना है कि अवैध तेल कटिंग के इस धंधे पर पुलिस प्रशासन लंबे समय से आंखें मूंदे हुए है और यहां के स्थानीय लोग भी इस धंधे से पूरी तरह वाकिफ हैं। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने इस अवैध तेल व्यापार पर समय रहते कार्यवाही की होती, तो यह गंभीर घटना टल सकती थी। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि प्रशासन और पुलिस आखिर कब तक इस अवैध गतिविधि को नजरअंदाज करते रहेंगे, जो आम जनता के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है।