महाकुंभ में लगी आग, CM योगी की क्विक रिस्पॉन्स पॉलिसी ने दिखाई तत्परता, अलर्ट रहने का निर्देश

  • Post By Admin on Jan 20 2025
महाकुंभ में लगी आग, CM योगी की क्विक रिस्पॉन्स पॉलिसी ने दिखाई तत्परता, अलर्ट रहने का निर्देश

प्रयागराज : महाकुंभ 2025 के दौरान रविवार को सेक्टर 19 में अचानक आग लगने की घटना सामने आई, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में योगी सरकार की सुरक्षा तैयारियाँ पूरी तरह सटीक साबित हुईं। प्रशासन की त्वरित कार्यवाही और आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से आग को जल्दी नियंत्रित किया गया। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घटनास्थल की पूरी जानकारी दी।

योगी सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया

महाकुंभ के दौरान आग की इस घटना को योगी सरकार की “क्विक रिस्पॉन्स पॉलिसी” ने आसानी से संभाला। जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, प्रशासन ने तुरंत कार्यवाही की। सेक्टर 19 के गीता प्रेस और प्रयागवाल के टेंटों में आग लगी थी। जिसे फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने तत्काल बुझा दिया। घटनास्थल पर पहुंचकर सीएम योगी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और स्थिति का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई।

प्रशासन की त्वरित कार्यवाही और आधुनिक उपकरणों का प्रयोग

एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि प्रशासन को आग की सूचना लगभग 4 बजे मिली और तत्काल टीम को भेजा गया। गीता प्रेस और प्रयागवाल के टेंट में लगी आग को तुरंत बुझाया गया। आग पर नियंत्रण पाने के लिए आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया गया। जिससे स्थिति को जल्दी संभाला जा सका। डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने कहा कि जैसे ही आग की सूचना मिली, प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया और तत्काल अग्निशमन, पुलिस और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई।

श्रद्धालुओं ने की प्रशासन की सराहना

आग की घटना के बाद कई श्रद्धालुओं ने प्रशासन की तत्परता और तत्क्षण प्रतिक्रिया की सराहना की। एक प्रत्यक्षदर्शी श्रद्धालु ने बताया, “4:30 बजे के आसपास आग की लपटें दिखाई देने लगीं, लेकिन प्रशासन ने तीन से चार मिनट में ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भेज दीं और 10 मिनट के भीतर आग पर काबू पा लिया गया। यदि प्रशासन इतनी जल्दी कार्रवाई नहीं करता, तो स्थिति बहुत बिगड़ सकती थी।”