भाजपा द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में परिचर्चा आयोजित

  • Post By Admin on Aug 14 2024
भाजपा द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में परिचर्चा आयोजित

मुजफ्फरपुर: बुधवार को रामदयालू सिंह महाविद्यालय के श्री कृष्ण सभागार में भाजपा द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के विभाजन के दर्द को याद करते हुए जनमानस को सचेत करना और भविष्य में ऐसे घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने की।

परिचर्चा की शुरुआत भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करके की गई, जिसमें शहर के प्रबुद्ध नागरिकों सहित बड़ी संख्या में आम लोगों ने भाग लिया।

मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने 1947 के विभाजन को इतिहास का 'काला अध्याय' बताते हुए कहा कि इस विभाजन ने नफरत की ऐसी आग लगाई जिसने लाखों लोगों की जान ले ली और करोड़ों लोगों को विस्थापित कर दिया। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी ने देश के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ दिया। भाजपा द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का उद्देश्य इस दर्दनाक घटना को याद कर समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देना है।

विशिष्ट वक्ता के रूप में अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री सीमा जागरण मंच रामकुमार जी ने कहा कि विभाजन की विभीषिका को कभी भुलाया नहीं जा सकता। खासतौर पर युवा पीढ़ी को इस इतिहास से अवगत कराना जरूरी है ताकि वे समझ सकें कि स्वतंत्रता हमें कितने संघर्ष और बलिदान के बाद मिली है। उन्होंने अखंड भारत की कल्पना को साकार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में जल शक्ति राज्य मंत्री राजभूषण चौधरी निषाद ने कहा कि विभाजन की त्रासदी हमें आज भी उस समय के दर्द का एहसास कराती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में इस दर्दनाक घटना को भुलाने का प्रयास किया गया, लेकिन मोदी सरकार इसे याद कर हमें सचेत कर रही है।

बी.आर.ए.बी.यू. के कुलपति डॉ. दिनेश चंद्र राय ने अपने विचार रखते हुए कहा कि विभाजन की स्थिति नेहरू और जिन्ना की आपसी लड़ाई के कारण उत्पन्न हुई। महात्मा गांधी का चुप रहना भी इसका एक कारण था। उन्होंने देश के विकास के लिए आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर बल दिया।

भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि विभाजन की विभीषिका स्मृति मात्र से उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन का स्मरण हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे एकता और सामाजिक सद्भाव की भावना को बल मिलता है।

अन्य वक्ताओं में पूर्व मंत्री अजीत कुमार, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, आर.बी.बी.एम. की प्राचार्य डॉ. ममता रानी, और रामदयालू सिंह महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने भी विभाजन की विभीषिका पर अपने विचार व्यक्त किए।

मंच संचालन ज़िला महामंत्री सचिन कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री प्रभु कुशवाहा ने किया।

इस अवसर पर भाजपा के अन्य गणमान्य नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित थे, जिनमें जिला महामंत्री धर्मेंद्र साहू, जिला उपाध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद शंभु, अंकज कुमार, और अन्य प्रमुख लोग शामिल थे।