अतिक्रमण मुक्त अभियान में करोड़ों खर्च, फिर भी शहर की जाम समस्या बनी चुनौती

  • Post By Admin on Nov 26 2024
अतिक्रमण मुक्त अभियान में करोड़ों खर्च, फिर भी शहर की जाम समस्या बनी चुनौती

मुजफ्फरपुर : नगर निगम द्वारा शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए वर्षों से अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद आज तक इस समस्या पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम ने लाखों रुपये खर्च किए हैं, लेकिन इसके बावजूद शहर की सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या जस की तस बनी हुई है।

नगर निगम के अधिकारी लगातार दावा कर रहे हैं कि अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन जब भी एक स्थान से अतिक्रमण हटाया जाता है, कुछ घंटों बाद ही फिर से वह स्थान अतिक्रमण से भर जाता है। यह समस्या खासतौर पर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों, मुख्य सड़कों और बाजारों में अधिक दिखाई देती है। अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या और भी बढ़ जाती है। जिससे न केवल यातायात में रुकावट आती है, बल्कि नागरिकों को भी भारी असुविधा होती है।

नागरिकों की बढ़ती परेशानी :
शहरवासियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के अभियान के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। प्रमुख बाजारों और सड़कों पर अवैध पार्किंग, फुटपाथ पर दुकानें और अन्य अतिक्रमणों के कारण हर दिन जाम की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे समय की बर्बादी और तनाव दोनों बढ़ते हैं।

निरंतर प्रयासों की जरूरत:
अधिकारी और नागरिकों का मानना है कि अतिक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए केवल सफाई अभियान नहीं, बल्कि एक ठोस और दीर्घकालिक योजना की जरूरत है। जिसमें सख्त कानून, बेहतर पार्किंग व्यवस्था और नागरिकों के बीच जागरूकता शामिल हो। इसके बिना शहर में अतिक्रमण की समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है। नगर निगम को चाहिए कि वह अतिक्रमण हटाने के अभियान में एक समग्र दृष्टिकोण अपनाए और केवल अस्थायी समाधान के बजाय दीर्घकालिक रणनीति पर काम करे।