पर्यटन उद्योग विभाग के सभापति से मिला माले प्रतिनिधि मंडल, लेक फ्रंट प्रोजेक्ट में अनियमितता और भ्रष्टाचार की जांच की मांग
- Post By Admin on Sep 19 2024

मुजफ्फरपुर : भाकपा-माले के जिला सचिव कृष्णमोहन के नेतृत्व में नौ सदस्यीय माले प्रतिनिधिमंडल ने बिहार विधानसभा की पर्यटन-उद्योग समिति के सभापति सत्यदेव राम से मुलाकात कर लेक फ्रंट प्रोजेक्ट में अनियमितता और भ्रष्टाचार की जांच की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने इस प्रोजेक्ट में पारदर्शिता की कमी और नियमों की अवहेलना का आरोप लगाया है।
माले जिला सचिव कृष्णमोहन ने बताया कि मुजफ्फरपुर शहर के बीचों-बीच मरीन ड्राइव की तर्ज पर एक पर्यटन स्थल विकसित किया जा रहा है, जिसे लेक फ्रंट प्रोजेक्ट कहा जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत 3,000 मीटर लंबा साइकिल ट्रैक, पाथवे, नौका विहार, 1,517 वर्गमीटर का कम्युनिटी हॉल, 2 मीटर चौड़ा ग्रीन बफर जोन, 350 कारों की पार्किंग व्यवस्था और 200 स्टॉल लगाने की योजना है। इस परियोजना की कुल लागत 184.63 करोड़ रुपये बताई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है और सभी मानकों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है। जिलाधिकारी को शिकायत करने के बाद भी इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट बताकर मामले को नजरअंदाज कर दिया गया।
माले नगर सचिव सूरज कुमार सिंह ने मांग की कि मरीन ड्राइव पर लगने वाले स्टॉलों को शहर से अतिक्रमण के नाम पर हटाए गए फुटपाथी दुकानदारों को आवंटित किया जाए। उन्होंने जोर दिया कि इन स्टॉलों का आवंटन किसी सांसद, विधायक या मंत्री के करीबी लोगों को नहीं होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि केवल वास्तविक जरूरतमंद फुटपाथी दुकानदारों को ही इनका लाभ मिले।
माले प्रतिनिधिमंडल ने सभापति सत्यदेव राम को एक मांग पत्र सौंपते हुए परियोजना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने समिति में शामिल अगियाव विधायक शिवप्रकाश और बोचहां विधायक अमर पासवान को भी सम्मानित किया।
प्रतिनिधिमंडल में माले जिला सचिव कृष्णमोहन, नगर सचिव सूरज कुमार सिंह, आइसा के जिला सचिव दीपक कुमार, माले नगर कमिटी सदस्य शाहनवाज हुसैन, माले शाखा सचिव मोहम्मद सफी, लक्ष्मण राय, मोहम्मद ताजू, मुनीम महतो और मोहम्मद राशिद शामिल थे।