सावित्रीबाई फुले व फातिमा शेख की जयंती पर समारोह आयोजित
- Post By Admin on Jan 06 2025

समस्तीपुर : जिले के ताजपुर प्रखंड क्षेत्र के मौलानाचक स्थित दलित बस्ती में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले और समाज सुधारक फातिमा शेख की 194वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें महिलाओं ने उनके संघर्षों और योगदानों को याद किया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए बंदना सिंह ने कहा, “सावित्रीबाई फुले और फातिमा शेख हम महिलाओं के लिए आदर्श व्यक्तित्व हैं। उनका संघर्ष समाज में महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए था। उन्होंने न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि बाल विवाह, विधवा उत्पीड़न जैसी कुरीतियों के खिलाफ भी आवाज उठाई। सावित्रीबाई फुले ने 1852 में बालिकाओं के लिए पहला विद्यालय खोला और समाज में व्याप्त दकियानूसी सोच से लड़ते हुए महिलाओं को शिक्षित करने का काम किया।" उन्होंने आगे कहा कि सावित्रीबाई फुले और फातिमा शेख की शिक्षाओं और कार्यों से ही महिलाओं को सशक्त बनाने का रास्ता खुला। दोनों ही महान हस्तियां अपनी शिक्षा को लेकर सामंती और पितृसत्तात्मक समाज की तमाम प्रताड़नाओं का सामना करती रहीं।
इन महिलाओं ने समाज की अवहेलना और अपमान के बावजूद महिलाओं के अधिकार के लिए संघर्ष किया। बंदना सिंह ने यह भी कहा, “आज जब महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर उन्हें हिंसा, छेड़छाड़, बलात्कार और हत्या जैसी घटनाओं का शिकार भी होना पड़ रहा है। मोदी और नीतीश सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे नारे देती है, लेकिन महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जाते।” उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित होना होगा और एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा। इस अवसर पर भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह और शाखा सचिव रामचंद्र पासवान ने भी अपने विचार व्यक्त किए और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं। जिनमें अनीता देवी, सुनैना देवी, गीता कुमारी, राधा कुमारी, सावित्री देवी सहित अन्य लोग शामिल थे। कार्यक्रम के अंत में भाकपा माले द्वारा आहूत 9 मार्च को पटना में आयोजित महाजुटान में भाग लेने और उसे सफल बनाने की अपील की गई।