भाजपा ने बाबा साहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि को समरसता दिवस के रूप में मनाया

  • Post By Admin on Dec 07 2024
भाजपा ने बाबा साहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि को समरसता दिवस के रूप में मनाया

मुजफ्फरपुर : भारतरत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने शुक्रवार को जिला कार्यालय में एक विशेष समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन में डॉ. अंबेडकर के विचारों और उनके संघर्ष को याद करते हुए समाज में समानता और समरसता के लिए उनके योगदान को सराहा गया। 

कार्यक्रम को समरसता दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं और समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। समारोह की शुरुआत डॉ. भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने से हुई। इसके बाद सभी ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष रंजन कुमार ने की। जिन्होंने बाबा साहेब के संघर्ष और उनके आदर्शों पर चर्चा करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर का योगदान भारतीय समाज में अमूल्य है। उन्होंने भारतीय संविधान की रचना कर देश को एक मजबूत लोकतांत्रिक ढांचा प्रदान किया और समाज में समानता तथा न्याय के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया।

भा.ज.पा. जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज के वंचित और दलित वर्गों के लिए जो संघर्ष किया। वह आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके विचारों के अनुरूप हमें समाज में समानता और समरसता बनाए रखनी चाहिए। बाबा साहेब का जीवन संघर्ष और सफलता की मिसाल है। हम उनके विचारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” 

उन्होंने आगे कहा कि भा.ज.पा. समाज में समानता और न्याय की भावना स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। समारोह में पूर्व विधायक बेबी कुमारी, भाजपा महामंत्री सचिन कुमार, उपाध्यक्ष उपेंद्र पासवान, सदस्यता सह संयोजक मुकेश चंद्रवंशी, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, प्रवक्ता सत्यप्रकाश भारद्वाज और अन्य पार्टी पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस दौरान सभी नेताओं ने डॉ. अंबेडकर के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डाला।

इस आयोजन में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं और समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और डॉ. अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एकजुटता के प्रतीक के रूप में एक दूसरे के साथ संकल्प लिया कि वे समाज में समानता और समरसता की भावना को बढ़ावा देंगे।

इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी सभा और चर्चा ने डॉ. अंबेडकर के संघर्षों को याद करने के साथ-साथ उनके विचारों के प्रचार-प्रसार के महत्व को भी रेखांकित किया। भा.ज.पा. ने इस दिन को “समरसता दिवस” के रूप में मनाकर डॉ. अंबेडकर के योगदान को सम्मानित किया और समाज में उनकी विचारधारा को फैलाने का संकल्प लिया।