व्यवसाई संघ के सचिव पर हमले के खिलाफ सरैया बाजार में बंदी, सैकड़ों व्यवसायियों ने दर्ज कराई प्राथमिकी

  • Post By Admin on Dec 07 2024
व्यवसाई संघ के सचिव पर हमले के खिलाफ सरैया बाजार में बंदी, सैकड़ों व्यवसायियों ने दर्ज कराई प्राथमिकी

मुजफ्फरपुर : व्यवसाई संघ सरैया के सचिव नन्हक साह पर हुए जानलेवा हमले के बाद शुक्रवार को सरैया बाजार में सैकड़ों दुकानदारों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और अपने बाजार को पूरी तरह से बंद कर दिया। सुबह से लेकर दोपहर तक बाजार की अधिकतर दुकानें बंद रही। 

हमले के विरोध में व्यापारियों ने रामा टॉकीज के पास एक सभा का आयोजन किया। जिसमें स्थानीय व्यवसायियों, नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सभा की अध्यक्षता कपड़ा व्यवसाई उमेश कुमार ने की। जबकि मुख्य वक्ता के तौर पर पूर्व मुखिया अजय कुमार गुप्ता ने सभा को संबोधित किया। 

अजय कुमार गुप्ता ने कहा, “सरैया बाजार में माफिया का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। इन गुंडों के द्वारा कमजोर व्यवसायियों को निशाना बनाया जा रहा है और यह सब स्थानीय प्रशासन और राजनेताओं के संरक्षण में हो रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरैया बाजार में माफिया राज को किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा।

व्यवसाई सह जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील कुमार गुप्ता ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, “हम शांति प्रिय लोग हैं और कानून में विश्वास रखते हैं। हम कानून का सहारा लेकर इस लड़ाई को जारी रखेंगे। सरैया में भूमाफिया का राज नहीं चलेगा।” 

सभा में स्वर्ण व्यवसाई केदार साह, ओम प्रकाश चौधरी, सुरेन्द्र निराला, प्रदुम्न कुशवाहा, संतोष कुमार कुशवाहा, पूर्व समिति सदस्य अशोक कुमार, मोतीलाल शुक्ला, हरिकिशोर राय, डॉ. जमिल अहमद, मोहम्मद अनवर और अन्य ने भी घटना की तीव्र निंदा की और व्यापारियों के समर्थन में अपनी आवाज उठाई।

सभा समाप्त होने के बाद व्यवसाई संघ की नौ सदस्यीय कमिटी थाना पहुंची और अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। इस मांग के बाद बाजार में दुकानदारों से अपील की गई कि वे अपनी दुकानें खोलें। जिसके बाद सभी बंद दुकानों को फिर से खोला गया और बाजार सामान्य स्थिति में लौट आया।

वहीं भूमाफिया भगाओ अस्पताल बचाओ जनसंघर्ष कमिटी के नेता बीरेंद्र राय, सुकिंद्र राम और अनिल कुमार ने भी घटना की निंदा की और कहा कि अगर सरैया प्रशासन चाहे तो भूमाफिया के गुंडों को रोक सकता था। इन लोगों का मानना था कि सरैया में अशांति और अपराध बढ़ने के लिए प्रशासन ही जिम्मेदार है।

घटना के बाद व्यवसाई संघ के सचिव नन्हक साह ने सरैया थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि  सीएचसी सरैया के पूर्वी छोर पर स्थित एनएच 722 के किनारे अपनी लोहे की गुमटी पर खड़े होने के दौरान तीन नामजद आरोपियों ने उन पर जानलेवा हमला किया। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तफ्तीश शुरू कर दी है।