कलाकृति आर्ट स्टूडियो के कलाकारों ने दुष्कर्म के खिलाफ चित्र और फेस पेंटिंग से जताया विरोध

  • Post By Admin on Aug 18 2024
कलाकृति आर्ट स्टूडियो के कलाकारों ने दुष्कर्म के खिलाफ चित्र और फेस पेंटिंग से जताया विरोध

मुजफ्फरपुर : रविवार की शाम मुजफ्फरपुर के जुब्बा सहनी पार्क के निकट कलाकृति आर्ट स्टूडियो के कलाकारों ने कोलकाता और मुजफ्फरपुर में हाल ही में हुए दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया। उन्होंने चित्रों और फेस पेंटिंग के माध्यम से अपनी नाराजगी और दुख व्यक्त किया, जिससे समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया।

कलाकारों ने अपने चित्रों के जरिए यह संदेश दिया कि कोलकाता जैसी विकसित और आधुनिक शहर, जो कभी भारत की राजधानी रह चुकी है, में भी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं है। वहां रात के समय लड़कियां नाइट ड्यूटी करती हैं, खासकर अस्पतालों में जहां डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है। ऐसे स्थान पर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म जैसी घटना का होना बेहद शर्मनाक और चिंताजनक है।

कलाकारों ने मुजफ्फरपुर के पारू में हुई 14 वर्षीय बच्ची के साथ हैवानियत भरी घटना का भी उल्लेख किया। उन्होंने सवाल किया कि हम समाज को किस दिशा में ले जा रहे हैं? क्या यही हमारा विकसित भारत और समाज है? यदि ऐसे ही घटनाएं होती रहीं तो लड़कियां काम करने से डरेंगी और समाज में असुरक्षा की भावना बढ़ेगी।

प्रदर्शन के दौरान कलाकारों ने स्पष्ट रूप से कहा, "हमें ऐसे विकसित भारत और समाज की आवश्यकता नहीं है जहां हमारी बहनें और बेटियां असुरक्षित महसूस करें। इन घटनाओं से हमें गहरा दुख पहुंचा है और हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि पीड़ितों की आत्मा को शांति मिले। हमें समाज में ऐसी नफरत और हैवानियत को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।"

इस विरोध प्रदर्शन में युवा नेता सुल्तान अली, दिव्य प्रकाश, जगमोहन कुमार, अंकित कुमार, कृष्ण कुमार, समीक्षा कुमारी, सोफिया, मेघा कुमारी, गुलफशा समेत कई अन्य लोग शामिल थे। सभी ने एकजुट होकर इन जघन्य अपराधों की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

कलाकृति आर्ट स्टूडियो के इस अनोखे विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना और ऐसी घटनाओं के प्रति जनता को सचेत करना था। कलाकारों ने अपने कला के माध्यम से यह संदेश दिया कि महिलाओं के प्रति होने वाले अत्याचारों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और समाज को एकजुट होकर इनके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।