ऐतिहासिक मंदिरों के विकास को गति: सुविधाओं व सुरक्षा पर प्रशासन ने कसी कमर
- Post By Admin on Dec 11 2025
लखीसराय : जिले के ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण मंदिरों के संरक्षण, विकास और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से गुरुवार को जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र की अध्यक्षता में मंदिर प्रबंधन एवं विकास समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक का मुख्य फोकस मंदिर परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था, साफ–सफाई, श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं के विस्तार, पर्यटन बढ़ाने की संभावनाओं को मजबूत करने तथा आवश्यक मरम्मत कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू करने पर रहा।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि “ऐतिहासिक मंदिरों का संरक्षण केवल सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान नहीं, बल्कि धार्मिक पर्यटन को नई ऊर्जा प्रदान करने की दिशा में अहम कदम है।”
उन्होंने मंदिर ट्रस्ट/समिति के सदस्यों से विकास संबंधी सभी व्यावहारिक सुझाव आमंत्रित किए तथा परिसर में सुविधाओं के विस्तार और सौंदर्यीकरण को प्राथमिकता देने पर बल दिया।
बैठक में सदस्यों ने विभिन्न महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए, जिनमें—
-
मंदिर परिसर में प्रकाश व्यवस्था का विस्तार,
-
पेयजल एवं शौचालय की सुदृढ़ सुविधा,
-
पार्किंग स्थल का सुव्यवस्थित प्रबंधन,
-
सूचना पट्टों की स्थापना,
-
सुरक्षा बढ़ाने हेतु सीसीटीवी कैमरों की स्थापना शामिल थीं।
जिला पदाधिकारी ने सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि मंदिरों में चल रहे विकास कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाएँ और नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए।
बैठक का समापन इस आशा के साथ हुआ कि प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन समिति के समन्वित प्रयासों से लखीसराय के ऐतिहासिक मंदिरों को बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित कर धार्मिक पर्यटन को नई गति मिलेगी।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता नीरज कुमार, वरीय उपसमाहर्ता–सह–नोडल पदाधिकारी पर्यटन शशि कुमार, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी मृणाल रंजन, नजारत उपसमाहर्ता प्राची कुमारी, जिला योजना पदाधिकारी आशुतोष कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार एवं संबंधित समिति सदस्य उपस्थित थे।