खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की मशाल यात्रा का स्वागत, बच्चों में उमंग और उत्साह
- Post By Admin on Apr 30 2025

लखीसराय : खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की बहुप्रतीक्षित मशाल यात्रा आज लखीसराय के खेल भवन पहुँची, जहाँ जिले के अधिकारियों और सैकड़ों बच्चों ने इस ऐतिहासिक आयोजन में उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में खेल के प्रति रुचि और जागरूकता को बढ़ाना है।
इस आयोजन में जिले के उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, डीआरडीए निदेशक नीरज कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नैंसी मुर्मू, वरीय उप समाहर्ता शशि कुमार, और जिला खेल पदाधिकारी मृणाल रंजन ने हिस्सा लिया। इन अधिकारियों ने उपस्थित बच्चों को संबोधित करते हुए खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य का साधन है, बल्कि यह अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम भावना को भी मजबूत करता है।
कार्यक्रम में बच्चों को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की संकल्पना और इसके इतिहास के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, इस वर्ष के आयोजन के प्रमुख पहलुओं पर भी चर्चा की गई। उन्हें बताया गया कि यह राष्ट्रव्यापी आयोजन उभरते खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान करेगा, जहाँ वे राष्ट्रीय पहचान बना सकते हैं। बिहार में पहली बार इस आयोजन के महत्व और यहां से मिलने वाले अवसरों को लेकर भी बच्चों को विस्तार से बताया गया।
इस सत्र के बाद बच्चों के मनोरंजन के लिए एक फ्रेंडली ताइक्वांडो डेमोंस्ट्रेशन आयोजित किया गया, जो बच्चों के लिए एक रोमांचक अनुभव साबित हुआ। ताइक्वांडो के विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन करके युवा खिलाड़ियों ने दर्शकों से सराहना प्राप्त की।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का आयोजन बिहार में पहली बार 4 से 15 मई तक किया जा रहा है, जिसमें उद्घाटन समारोह 4 मई को पटना में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा मशाल प्रज्वलित कर होगा। इस आयोजन में पटना, गया, नालंदा, भागलपुर और बेगूसराय जैसे प्रमुख शहरों में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। 28 खेल विधाओं में लगभग 8,500 युवा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिनमें एथलेटिक्स, फुटबॉल, कबड्डी, बॉक्सिंग, मल्लखंभ, ताइक्वांडो और सेपक टकरा जैसे खेल शामिल हैं।
मशाल यात्रा 15 अप्रैल को प्रारंभ हुई थी और यह 2 मई तक बिहार के सभी 38 जिलों में पहुंचेगी। इस वर्ष का शुभंकर 'गजसिंह', हाथी और सिंह के गुणों का प्रतीक है, जो राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाता है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स का यह संस्करण बिहार के खेल क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। यह आयोजन न केवल राज्य के खिलाड़ियों के लिए नए अवसर खोलेगा, बल्कि बिहार को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक सशक्त पहचान भी देगा।