शुभ कार्यों का शुभारंभ, नवंबर और दिसंबर में मांगलिक कार्यों की धूम
- Post By Admin on Nov 16 2024

मुजफ्फरपुर : नवंबर माह में 16 तारीख से विधिवत वैधानिक शुभ मुहूर्त की शुरुआत हो चुकी है जो की 15 दिसंबर 2024 तक जारी रहेगी। इसके बाद 16 दिसंबर से खरमास आरंभ होगा और यह 14 जनवरी 2025 को समाप्त होकर उत्तरायण के साथ देवायन का आरंभ करेगा। इस अवधि में विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, मुंडन, और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ समय रहेगा।
पं. जय किशोर मिश्र के अनुसार, शुद्ध वैवाहिक लग्न में किए गए कार्यों को सर्वोत्तम माना गया है। उन्होंने बताया कि इस बार नवंबर और दिसंबर के महीने में शुभ मुहूर्तों की प्रचुरता है, जिससे लोग अपने मांगलिक कार्य आसानी से कर सकते हैं। नवंबर और दिसंबर में विवाह एवं अन्य मांगलिक कार्यों के लिए कई शुभ लग्न उपलब्ध हैं। नवंबर में 16, 17, 22, 23, 24, 25, 26, 28 और 29 तारीखें शुभ मानी गई हैं। जबकि दिसंबर में 2, 3, 4, 5, 10, 11, 14 और 15 को शुभ मुहूर्त हैं। इन दिनों को विशेष रूप से विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए आदर्श माना गया है जिससे इन महीनों में उत्सवों और मांगलिक आयोजनों की अधिकता रहेगी।
मिथिलांचल क्षेत्र की विशेष मान्यताएं:
पं. जय किशोर मिश्र ने यह भी बताया कि मिथिलांचल पंचांग के अनुसार शनिवार और मंगलवार को विवाह जैसे मांगलिक कार्यों से परहेज किया जाता है। यहां अश्विनी, श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र को विवाह के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है। हालांकि, मिथिलांचल क्षेत्र में वान दोष (मंगल दोष) की मान्यता नहीं दी जाती है।
शुद्ध मुहूर्त का महत्व:
पं. जय किशोर मिश्र ने जोर देते हुए कहा कि मांगलिक कार्यों के लिए सही मुहूर्त और पंडितों से उचित मार्गदर्शन लेना बेहद आवश्यक है। पंचक, भद्रा और वान दोष जैसे कारकों का ध्यान रखना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि यदि इन बातों का पालन नहीं किया गया तो कार्यों में बाधा या विपरीत परिणाम मिलने की संभावना हो सकती है।
संभावित शुभ कार्यों की बढ़ती संख्या:
पं. जय किशोर मिश्र ने कहा कि नवंबर और दिसंबर के इन शुभ मुहूर्तों में विवाह, उपनयन, मुंडन, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों की संख्या बढ़ने की संभावना है। यह समय न केवल वैवाहिक आयोजन के लिए उपयुक्त है बल्कि नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी शुभ है।
इस वर्ष नवंबर और दिसंबर का महीना शुभ कार्यों और उत्सवों की धूमधाम से भरपूर रहेगा। पं. जय किशोर मिश्र के अनुसार, हर कार्य को शुभ मुहूर्त के अनुसार करना लाभकारी रहेगा।