तुम्हारे पिता को हमने ही सीएम बनाया, तोरे जात वाला भी हमको रोका : नीतीश कुमार

  • Post By Admin on Mar 06 2025
तुम्हारे पिता को हमने ही सीएम बनाया, तोरे जात वाला भी हमको रोका : नीतीश कुमार

पटना : बिहार विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। यह विवाद राज्य की बुनियादी ढांचे पर बहस के दौरान हुआ, जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए बड़ा हमला बोला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने ही तेजस्वी यादव के पिता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव को मुख्यमंत्री बनाया था। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने 1990 के दशक के बिहार की स्थिति को भी याद करते हुए, तेजस्वी को कुछ कड़े शब्दों में जवाब दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने ही लालू यादव को सीएम बनाया था”

नीतीश कुमार ने कहा कि 1994 में जब लालू यादव ने पिछड़ी जाति की राजनीति शुरू की, तब उन्होंने उनसे अलग होने का निर्णय लिया। उन्होंने तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए कहा, “मैंने तुम्हारे पिता को सीएम बनाया था और तब तुम्हारी जाति के लोग मुझसे सवाल कर रहे थे, लेकिन मैंने उनका समर्थन किया। उस समय बिहार की स्थिति इतनी खराब थी कि शाम होते ही लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। सड़कें नहीं थीं और हर जगह सामाजिक वैमनस्य फैला हुआ था।” नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि जब वह केंद्र में मंत्री थे, तो उन्हें पैदल चलने की जरूरत पड़ती थी।

तेजस्वी यादव का पलटवार

तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि 2005 के पहले बिहार में कुछ भी नहीं था। उन्होंने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि “वर्तमान सरकार लोकतंत्र और संविधान को बर्बाद कर रही है” और यह किसी से छिपा नहीं है। तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता के बोलने के दौरान न तो मुख्यमंत्री और न ही दोनों डिप्टी सीएम सदन में मौजूद थे, जिससे यह साबित होता है कि सरकार सच सुनने का साहस नहीं रखती है।

नीतीश कुमार ने 1990 के दशक की दिलाई याद

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1990 के दशक में बिहार की राजनीति की चर्चा करते हुए बताया कि उस समय उन्होंने लालू यादव को मुख्यमंत्री बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब 1990 में जनता दल की जीत हुई थी, तो मुख्यमंत्री पद को लेकर तीन प्रमुख दावेदार थे – लालू यादव, राम सुंदर दास और रघुनाथ झा। इसमें लालू यादव ने बाजी मारी और उनकी जीत में नीतीश कुमार का भी अहम योगदान था।

यह विवाद उस समय हुआ जब बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जो पिछले साल के 2.79 लाख करोड़ रुपये के बजट से 13.6 प्रतिशत ज्यादा था। यह राज्य सरकार का आखिरी बजट था, इससे पहले राज्य में आगामी चुनाव होने वाले हैं। बजट को लेकर तेजस्वी यादव ने लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर निशाना साधा, जिसके कारण मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।