मतदाता सूची में जितने नाम बचेंगे, उतने ही नीतीश को हटाने के लिए काफी : प्रशांत किशोर

  • Post By Admin on Aug 04 2025
मतदाता सूची में जितने नाम बचेंगे, उतने ही नीतीश को हटाने के लिए काफी : प्रशांत किशोर

कैमूर : जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर सत्तारूढ़ दलों पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के दौरान कैमूर पहुंचे प्रशांत किशोर ने मतदाता सूची में हो रहे विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा, "जितने नाम मतदाता सूची में रह जाएंगे, उतने ही लोग नीतीश कुमार, भाजपा और लालू यादव को हटाने के लिए काफी होंगे।"

प्रशांत किशोर ने कहा कि जिन लोगों के नाम काटे जा रहे हैं, वे समाज के गरीब, वंचित, प्रवासी और व्यवस्था से नाराज लोग हैं। उन्होंने दावा किया, "सरकार को मालूम है कि अगर ये लोग वोट करेंगे तो हार तय है, इसलिए डर के कारण इनके नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं।"

चुनाव आयोग पर जताया भरोसा, आधार से मतदान की उम्मीद
हालांकि उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि अंत में लगभग सभी को मतदान करने का अवसर मिलेगा। "चुनाव आयोग को नागरिकता तय करने का अधिकार नहीं है। आधार कार्ड के आधार पर लोग अंततः वोट करेंगे," उन्होंने कहा।

उन्होंने आगे जोड़ा, "मान लीजिए कुछ नाम गलती से कट भी जाएं, तब भी जितने वोटर बचेंगे, वही इन सरकारों को उखाड़ फेंकने के लिए काफी होंगे।"

तेजस्वी यादव पर साधा निशाना, भाजपा को बताया साझेदार
प्रशांत किशोर ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा। उनके दो वोटर कार्ड होने के मामले को उन्होंने भाजपा और राजद के बीच "नूरा कुश्ती" बताया। उन्होंने कहा, "इससे बिहार की जनता का कुछ लेना-देना नहीं है। लोगों को शिक्षा और रोजगार चाहिए, ना कि नेताओं के कार्डों की गिनती।"

बदलाव यात्रा के जरिए जनता से सीधा संवाद
प्रशांत किशोर बिहार के अलग-अलग जिलों में जन संवाद के जरिए जनता के बीच 'जन सुराज' अभियान को लेकर समर्थन जुटा रहे हैं। उनका दावा है कि बिहार की मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है और अब जनता बदलाव के लिए तैयार है।

कैमूर में हुई जनसभा में भी प्रशांत किशोर के बयानों ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। बिहार की सियासत में उन्हें तीसरे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है और वे लगातार नीतीश कुमार, भाजपा और राजद पर तीखे हमले कर रहे हैं।