कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के शताब्दी वर्ष पर संकल्प सभा का आयोजन
- Post By Admin on Dec 27 2024

मुजफ्फरपुर : भाकपा-माले ने बीते गुरुवार को कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के शताब्दी वर्ष के अवसर पर हरिसभा चौक स्थित माले जिला कार्यालय में संकल्प सभा का आयोजन किया। इस सभा में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वर्तमान फासीवादी मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष को और तेज़ करने का संकल्प लिया।
सभा में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों के प्रमुख नेताओं ने भी संबोधित किया। सभा की शुरुआत करते हुए भाकपा-माले मुजफ्फरपुर के जिला सचिव कृष्णमोहन ने कहा, “हम कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं लेकिन आज देश में जो संकट है वह अप्रत्याशित रूप से बढ़ चुका है।
आरएसएस का शताब्दी वर्ष भी 2025 में है और इस अवसर पर हम संकल्प लेते हैं कि हम फासीवाद को पराजित कर, भारत को एक समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के अपने संविधानिक उद्देश्य की ओर आगे बढ़ेंगे।” माले राज्य कमिटी सदस्य और खेग्रामस के राज्य सचिव शत्रुघ्न सहनी ने अपने संबोधन में कहा, “फासीवाद को हराने के लिए हमें सांप्रदायिकता, जातिवाद और कॉरपोरेट ताकत के खिलाफ संघर्ष को और भी धारदार बनाना होगा।
आज, यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन ताकतों का मुकाबला करें जो समाज को बांटने का काम कर रही हैं।” इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम ने कहा, “भारत में आज अल्पसंख्यकों, खासतौर पर मुस्लिम समुदाय को असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है। हमें नफरत, हिंसा और झूठ की राजनीति को खारिज कर, भारत में शांति और सद्भाव के लिए खड़ा होना होगा।” माले नगर सचिव सूरज कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 19 जनवरी को मुजफ्फरपुर में तिरहुत प्रमंडल के चार जिलों मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी और शिवहर का संयुक्त जन समागम आयोजित किया जाएगा।
इसमें स्कीम वर्कर्स, रसोईया संघ, जीवीका दीदियों के यूनियन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और कई सामाजिक कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। 9 मार्च को पटना में आयोजित होने वाले बदलो बिहार महाजुटान में भी इन जिलों के कार्यकर्ता सक्रिय रूप से शामिल होंगे। जिसमें जनता का डिमांड चार्टर पेश किया जाएगा। माले राज्य कमिटी सदस्य जितेन्द्र यादव ने कहा, “हमारे हजारों साथियों ने कम्युनिस्ट आंदोलन के लिए कुर्बानियां दी हैं। अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम गरीबों, मज़दूरों की इस संघर्ष को निर्णायक बनाएं।” इसी क्रम में ऐपवा मुजफ्फरपुर की जिला सचिव रानी प्रसाद ने मोदी सरकार के फासीवादी और सांप्रदायिक एजेंडे की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार देश को कॉरपोरेट कंपनियों
के हवाले कर रही है। उन्होंने कहा, “हमें इस सरकार के खिलाफ एक मजबूत और दीर्घकालिक जन आंदोलन की जरूरत है, जो संविधान और लोकतंत्र के हमले को रोके।” संकल्प सभा में माले और अन्य जन संगठनों के दर्जनों नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
जिनमें माले जिला सचिव कृष्णमोहन, अधिवक्ता ललितेशवर मिश्र, अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह, माले जिला कमिटी सदस्य परशुराम पाठक, उमेश भारती, रामनंदन पासवान, इंसाफ मंच मुजफ्फरपुर के जिलाध्यक्ष फहद जमां, इंकलाबी नौजवान सभा के जिला सचिव मुकेश पासवान और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।