पटना की सड़कों पर लगे गुंडाराज के पोस्टर, कानून-व्यवस्था पर विपक्ष का तीखा हमला
- Post By Admin on Jul 15 2025

पटना : बिहार की राजधानी पटना में सोमवार रात से 'गुंडाराज' के पोस्टर लगने के बाद राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सियासत गरमा गई है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों—जेपी गोलंबर, इनकम टैक्स चौराहा, वीरचंद पटेल पथ और बोरिंग रोड—पर लगाए गए इन पोस्टरों में आठ हालिया हत्याकांडों का उल्लेख किया गया है। पोस्टरों के केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की तस्वीरों के साथ लिखा गया है—"बिहार में गुंडाराज, कारोबारियों पर कहर।"
पोस्टरों में पटना समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में मारे गए लोगों की तस्वीरें और हत्या की तारीखें दी गई हैं। इनमें प्रमुख रूप से चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका, व्यवसायी दीपक शाह, मार्ट मालिक विक्रम झा, शिक्षक संतोष राय, बालू कारोबारी रमाकांत यादव, पुट्टू खान और अधिवक्ता जितेंद्र मेहता की हत्याएं शामिल हैं।
हैरत की बात यह है कि इन पोस्टरों में कहीं भी यह नहीं बताया गया है कि इन्हें लगाने वाला कौन है। लेकिन इसके बावजूद, राजधानी के नागरिकों के बीच डर और आक्रोश का माहौल है।
इस घटनाक्रम को लेकर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "बिहार में फिलहाल पूरी तरह से गुंडाराज है। जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हुए हैं, भाजपा ने राज्य की बागडोर संभाली है और उसके बाद से हालात बेकाबू हो गए हैं। बिहार अब क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है।"
इधर, सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था और राज्य में आपराधिक घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी पर सवाल खड़े किए थे।
राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं कि ये पोस्टर किसी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हैं या जनता का स्वतःस्फूर्त विरोध। हालांकि, प्रशासन की ओर से अब तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
बहरहाल, पटना की दीवारों पर लगे ये पोस्टर न केवल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं, बल्कि आगामी चुनावों से पहले कानून-व्यवस्था को एक बड़ा सियासी मुद्दा भी बना रहे हैं।