मस्जिद में बैठक पर सियासी भूचाल : मौलाना तौकीर रजा बोले– इबादतगाह में सियासत बर्दाश्त नहीं
- Post By Admin on Jul 24 2025

बरेली : संसद भवन के पास स्थित मस्जिद में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की कथित बैठक को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। इस मुद्दे पर मुस्लिम धर्मगुरुओं से लेकर सियासी दलों तक में नाराजगी दिखाई दे रही है।
प्रख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि “अगर मस्जिद के अंदर बैठक हुई है, तो इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। मस्जिद इबादत की जगह है, न कि राजनीति का मंच।”
उन्होंने सपा सांसद और मस्जिद के इमाम मोहिबुल्लाह नदवी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि "मस्जिद के धार्मिक मर्यादा का उल्लंघन स्वीकार्य नहीं है।" मौलाना ने हालांकि यह भी जोड़ा कि हो सकता है यह केवल चाय या जलपान का औपचारिक आमंत्रण रहा हो, लेकिन यदि मस्जिद का उपयोग किसी राजनीतिक बैठक के लिए किया गया है, तो यह गंभीर चिंता का विषय है।
मामले को लेकर भाजपा ने भी सपा को घेरा है और अखिलेश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है। मोहिबुल्लाह नदवी के खिलाफ भी विरोध तेज़ हो गया है।
मौलाना तौकीर रजा ने यह भी कहा कि आज़ादी की लड़ाई के दौरान मस्जिदों का उपयोग अंग्रेजों से बचने के लिए किया गया था, लेकिन मौजूदा दौर में मस्जिदों को सियासी रणनीति का केंद्र बनाना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने कहा, "टोपी पहनकर या धर्म की आड़ में नफरत फैलाने की कोशिश देश को कमजोर करती है।"
उन्होंने मुसलमानों से अपनी पहचान पर गर्व करने की बात कहते हुए जोड़ा, “अगर कोई मुसलमान खुद को छुपाने में शर्म महसूस करता है, तो ऐसे लोगों की इस कौम को जरूरत नहीं है।”
मस्जिद में बैठकों को लेकर शुरू हुआ यह विवाद अब सियासी रंग पकड़ चुका है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गर्मा सकता है।