पवन सिंह का जन सुराज से जुड़ना तय, आनंद मिश्रा से मुलाकात ने बढ़ाई सियासी हलचल
- Post By Admin on Sep 12 2024
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार और 'पावरस्टार' के नाम से मशहूर पवन सिंह ने हाल ही में आईपीएस से नेता बने आनंद मिश्रा से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में खासी हलचल मच गई है। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में दोनों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। दोनों ही नेता बीजेपी से टिकट मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। दिलचस्प बात यह है कि उनकी हार के बावजूद उनके क्षेत्रों में एनडीए भी जीत हासिल नहीं कर पाई थी, जिससे सियासी समीकरणों में हलचल और बढ़ गई है।
आनंद मिश्रा पहले ही प्रशांत किशोर की पार्टी 'जन सुराज' से जुड़ चुके हैं, और अब पवन सिंह की इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पवन सिंह भी जल्द ही प्रशांत किशोर का दामन थाम सकते हैं।
पवन सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं और बिहार सहित पूरे देश में उनकी फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। उन्होंने 2024 में बिहार के काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, जहां उन्होंने अपनी मजबूत पकड़ का परिचय दिया। हालांकि वे चुनाव हार गए थे, लेकिन उन्हें मिले वोटों की संख्या ने राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया था। प्रशांत किशोर इस बात को बखूबी समझते हैं कि पवन सिंह का जनाधार कितना मजबूत है। ऐसे में अगर पवन सिंह 'जन सुराज' में शामिल होते हैं, तो उन्हें 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका मिल सकती है। फिलहाल पवन सिंह की ओर से इस मुलाकात को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
दिलचस्प यह भी है कि करीब एक हफ्ते पहले पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने भी प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी। ऐसे में यह चर्चा जोरों पर है कि ज्योति सिंह भी 'जन सुराज' से जुड़ सकती हैं। प्रशांत किशोर पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वे 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे, जिनमें 40 सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया जाएगा। इस संदर्भ में पवन सिंह और ज्योति सिंह की राजनीतिक रणनीति पर अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या वे 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं?
पवन सिंह और आनंद मिश्रा की हालिया मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को और हवा दे दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में पवन सिंह किस राजनीतिक दिशा में कदम बढ़ाते हैं और क्या वे 'जन सुराज' का हिस्सा बनते हैं।