नीतीश अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में 2015 में किए गए अपने 7 निश्चयों को भूल गए : प्रशांत किशोर
- Post By Admin on Aug 23 2024

पटना : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार ने 2015 के विधानसभा चुनावों में किए गए 7 निश्चयों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में इन निश्चयों को भुला दिया है, जो उन्होंने बिहार के युवाओं और जनता से किए थे।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने 2015 में हर 18 से 35 वर्ष के बेरोजगार युवा को एक हजार रुपये का बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन आज तक इस पर कोई ठोस काम नहीं हुआ है। साथ ही, 1 करोड़ से ज्यादा परिवारों के बच्चों को 12वीं के बाद की पढ़ाई के लिए सस्ता कर्ज देने का वादा भी किया गया था। परंतु बिहार सरकार के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में केवल 9 लाख बच्चों को ही इसका लाभ मिला है। प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के 12 लाख नई नौकरी देने के ऐलान को भी महज एक चुनावी जुमला करार दिया।
इसके अलावा, प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के 7 निश्चयों में से एक और महत्वपूर्ण निश्चय - ग्रामीण क्षेत्रों में नाली और सड़कों का पक्कीकरण - पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए 80 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन गाँवों में आज भी यह काम अधूरा पड़ा है। उनके अनुसार, इस योजना में केवल भ्रष्टाचार हुआ है और वास्तविकता में कोई ठोस कार्य नहीं किया गया है।
प्रशांत किशोर का यह बयान नीतीश कुमार की नीतियों और उनके कार्यों पर गंभीर सवाल खड़े करता है, जो आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है।