नीतीश सरकार की घोषणाओं पर भाकपा माले ने निकला विरोध मार्च  

  • Post By Admin on Dec 23 2024
नीतीश सरकार की घोषणाओं पर भाकपा माले ने निकला विरोध मार्च  

मुजफ्फरपुर : भाकपा-माले की नगर कमिटी ने सोमवार को पार्टी कार्यालय हरिसभा चौक से एक प्रतिवाद मार्च निकाला। जिसमें नीतीश सरकार के द्वारा किए गए वादों को लागू न करने के खिलाफ विरोध जताया गया। मार्च हरिसभा, छोटी कल्याणी, अमर सिनेमा होते हुए नकुलवा चौक पर पहुंचा। जहां प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मांग की गई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गरीबों को 5 डिसमिल ज़मीन और मुख्यमंत्री उद्दमी योजना के तहत 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने के अपने वादे को जल्द लागू करें।

घोषणा तो होती है, लेकिन ज़मीन पर नहीं दिखती अमल

मार्च के दौरान भाकपा-माले के नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी घोषणाएं ज़मीन पर कभी लागू नहीं होतीं। पार्टी के नगर सचिव सूरज कुमार सिंह ने कहा, “मुख्यमंत्री के आगमन के नाम पर मुशहरी प्रखंड मुख्यालय से लेकर नरौली तक आनन-फानन में विकास कार्य चल रहे हैं लेकिन इनमें भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। क्या मुख्यमंत्री को यह नहीं समझ में आता कि ये सारे कार्य जल्दबाजी में किए जा रहे हैं ? उन्हें इसकी जांच करानी चाहिए।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को स्मार्ट सिटी परियोजना और अन्य विकास कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार की भी जांच करवानी चाहिए।

मुख्यमंत्री के वादे पर सवाल

नेता ने यह भी कहा कि आज मुशहरी प्रखंड कार्यालय में हजारों गरीबों ने 5 डिसमिल ज़मीन, पक्का मकान और मुख्यमंत्री उद्दमी योजना के तहत आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था लेकिन अब तक इन आवेदनों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। “क्या मुख्यमंत्री इन आवेदनों पर कुछ बोलेंगे?” उन्होंने सवाल किया।

आय प्रमाण पत्र न मिलने पर नाराजगी

भाकपा-माले के नगर कमिटी सदस्य विजय गुप्ता ने कहा, “जातीय जनगणना में 95 लाख गरीब परिवारों का आंकड़ा सामने आया है और मुख्यमंत्री ने इन परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता देने की बात कही थी लेकिन आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए गरीबों ने आवेदन किया है मगर अब तक उनका प्रमाण पत्र नहीं बना है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने गरीबों के लिए जो सहायता देने का वादा किया था वह कैसे मिलेगा?” उन्होंने पोर्टल के समयबद्ध होने की समस्या को भी उठाया जो गरीबों के लिए एक बड़ी कठिनाई बन गई है।

महिलाओं के मुद्दे पर मुख्यमंत्री को जवाब देना होगा

भाकपा-माले की नेत्री शालू ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं के मुद्दे पर बहुत बोलते हैं लेकिन 27 दिसंबर को जब हज़ारों महिलाएं मुख्यमंत्री से मिलने के लिए नरौली पहुंचेंगी तो उन्हें महिलाओं के सवालों का जवाब भी देना होगा।”

मुख्यमंत्री के पुतला दहन के साथ चेतावनी

प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के पुतला दहन के साथ यह घोषणा की कि अगर 26 दिसंबर तक इन मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो 27 दिसंबर को होने वाली मुख्यमंत्री की सभा में हजारों महिला आवेदक शामिल होकर वहां इन मुद्दों पर प्रगति की रिपोर्ट मुख्यमंत्री से मांग करेंगी। अगर इस दौरान कोई अफरा-तफरी होती है तो भाकपा-माले पार्टी इसका जिम्मेदार नहीं होगी और मुशहरी अंचलाधिकारी और जिलाधिकारी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

प्रतिवाद मार्च में शामिल लोग

प्रतिवाद मार्च में पार्टी के कई सदस्य और आम लोग शामिल हुए। जिनमें मोहम्मद सफी, इरशाद, ताजू, राशिद, लछमन राय, मुनीम महतो, कमलेश साह, अफसाना खातून, रुखसाना, प्रमिला देवी, सीता देवी, बसंती देवी, नक्की कुरैशी, फरमान हुसैन, नागेंद्र शर्मा, प्रेम कुमार, सत्यनारायण शर्मा, रामनाथ, प्रयाग साह और जियालाल समेत कई लोग शामिल थे।