नितीश मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, संतोष का विकल्प बने रत्नेश सदा
- Post By Admin on Jun 16 2023
 
                    
                    पटना : बिहार की राजनीती कब किस ओर करवट लेगा इसका अनुमान लगाना बहुत ही मुश्किल है. जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद से पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं होने की अटकलें लगाई जा रही थी. विपक्षी दल पार्टी में हुए इस उठापठक का जमकर आनंद लेने के साथ ही अपनी राजनीती की रोटी सेंकने के फ़िराक में लगे हुए थे. इस सब के बीच शुक्रवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने मंत्रीमंडल का विस्तार किया है. जनता दल (यू) के विधायक रत्नेश सदा ने मंत्री पद की शपथ ली है. विधायक रत्नेश सदा के सपथ ने विपक्षियों के मुँह पर ताला जड़ दिया है.
रत्नेश सदा सोनबरसा से तीन बार के विधायक रह चुके है. ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा के रूप में संतोष सुमन का विकल्प ढूंढा है. सदा मुसहर समाज से ही आते है और इन्हें ज्यादा जनाधार वाला नेता माना जाता है.
वहीं, संतोष ने कहा कि उनके इस्तीफा देने की वजह यही है कि उनके पास विलय करने का प्रस्ताव आया था. उन्होंने कहा कि हमने इस बारे में अपने कार्यकर्ताओं, विधायकों से विचार-विमर्श किया तो इस पर किसी की सहमति नहीं मिली. उन्होंने कहा कि जदयू की भावनाओं का हम सम्मान करते हैं लेकिन हमारी पार्टी के गठन के पीछे भी कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए हमने संघर्ष का रास्ता चुना और विलय के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. उन्होंने कहा कि विलय का प्रस्ताव जेडीयू की तरफ से आया था.
 
                             
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