विविध समाचार
- Post by Admin on Jun 24 2023
भीषण गर्मी के बाद अब मानसून की दस्तक शुरू हो गई है ऐसे में यदि आप सतर्क नहीं होंगें तो कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। बारिश के मौसम में सेहत का ख्याल रखना काफी महत्वपूर्ण है। यहां कुछ टिप्स हैं जो आपकी सेहत की देखभाल में मदद कर सकते हैं: स्वच्छता और हाइज़ीन का ध्यान रखें: बारिश के मौसम में ज़्यादा नमी होती है, जो कई रोगों के प्रसार का कारण बन सकती है। इसलिए, हाथों को नियमित read more
- Post by Admin on Jun 24 2023
भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है ऐसे में आपको खुद का ध्यान रखने की जरुरत है । कुछ ऐसे उपाय हैं जिससे आपको काफी रहत हो सकती है व आप लू के शिकार नहीं बनेंगे १. जल्दी से जल्दी गर्मी से प्रभावित इलाकों को छोड़कर शादीदार या शादी के पेड़ वाले क्षेत्रों में जाएं। धूप में ज्यादा समय बिताने से बचें, खासकर दिन के समय। यदि बाहर जाना जरूरी है, तो धूप में रहने से पहले धूपी read more
- Post by Admin on Jun 23 2023
दुनिया भर में प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते हमले से निपटने के लिए, वर्ल्ड बैंक समूह ने देशों को तेजी से और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने में मदद करने के उद्देश्य से कई नए और विस्तारित उपायों की घोषणा की है। यह घोषणा विश्व बैंक प्रमुख, अजय बंगा, ने पेरिस में चल रही समिट फॉर अ न्यू ग्लोबल फाइनेंशियल पैक्ट के दौरान की। प्राकृतिक आपदाओं के संकट से निपटने की तैयारी, प्रतिक्रिया और रिक read more
- Post by Admin on Jun 21 2023
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्ष 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करने के लिये भारत को न्यायसंगत एनर्जी ट्रांज़िशन को जन सरोकार का मुद्दा भी बनाना चाहिये। इस ट्रांज़िशन के लिये क्लाइमेट फाइनेंसिंग को भी कई गुना बढ़ाना होगा। ग्लोबल फाइनेंस आर्किटेक्चर और ग्रीन क्लाइमेट फंड में निजी वित्त का प्रवाह बनाया जाना चाहिए। जी7, जी20 और यूएनएफसीसीसी सीओपी28 की अध्यक्षता इस साल क्रमशः जापान read more
- Post by Admin on Jun 21 2023
वैश्विक मामलों के थिंकटैंक ओडीआई की एक ताजा रिसर्च में यह बात सामने आई है कि निम्न और मध्यम आमदनी वाले देशों में जीवाश्म ईंधन के खनन से संबंधित कर्ज के कुचक्र से वैश्विक स्तर पर एनर्जी ट्रांज़िशन को खतरा उत्पन्न हो रहा है। कर्ज का बोझ पड़ने पर यह देश तेल तथा गैस के उत्पादन को प्रोत्साहित कर रहे हैं जिससे अपने कर्ज की अदायगी के लिए आमदनी पैदा की जा सके। इससे जलवायु परिवर्तन से निपट read more
- Post by Admin on Jun 21 2023
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की मानें तो जून 22 और 23 को होने वाली समिट फॉर अ न्यू ग्लोबल फाइनेंसियल पेक्ट का उद्देश्य गरीबी, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण जैसी परस्पर वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक "नई आम सहमति" स्थापित करना है। इस शिखर सम्मेलन में शिपिंग, जीवाश्म ईंधन और वित्तीय लेनदेन के कराधान सहित विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। read more
- Post by Admin on Jun 16 2023
पुराने हो चुके और फंसे हुए थर्मल पावर प्लांट्स के रणनीतिक अधिग्रहण और फिर रिवाइवल या पुनरुद्धार से राज्य के स्वामित्व वाली भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक, NTPC, बैंकों को अपनी बैलेंस शीट सुधारने में मदद कर सकती है। यह निष्कर्ष है इंस्टिट्यूट फॉर एनर्जी इकनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आईईईएफए) की ताज़ा रिपोर्ट का, जिसमें 6.1GW की ऐसी संचयी क्षमता वाले छह बिजली संयंत्रों की पहचान की ग read more
- Post by Admin on Jun 14 2023
एक नए विश्लेषण से यह पता लगता है कि कार्बन डाइऑक्साइड रिमूवल (सीडीआर) तकनीक के कम से कम इस्तेमाल और सस्टेनेबिल तरीक़े को अपनाकर अगर हम ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना चाहते हैं तो 2030 तक पांच गुना तेज़ दर से हमें 1.5 टेरा वाट (TW) नई विंड और सोलर ऊर्जा क्षमता को स्थापित करने की ज़रुरत है। वैश्विक पवन और सौर क्षमता को इस read more
- Post by Admin on Jun 11 2023
पर्वतों और नदियों ने मुझे हमेंशा से विचलित किया है, इनका बन्धन भी अलौकिक है। स्वभाव में एक दूसरे से बिल्कुल विपरीत... नदियों के लिए जीवन का अर्थ वेग है और पर्वतों के लिए योग। चिरकाल से विपरीतियों ने ही इनको जोड़े रखा है। उन तपस्यारत पर्वतों ने नदियों को ऐसे त्याग दिया है जैसे योगियों ने भाव को। निश्चय ही नदियाँ मन का तरल रूप हैं। एक ओर जहाँ सरिता प्राणदायिनी है वहीं दूसरी ओर वह संहार read more
- Post by Admin on Jun 11 2023
मौन वह शून्य है जो प्रत्येक शब्द का आधार है। शून्य… जिससे सूक्ष्म भी कुछ नहीं और जिससे असीम भी कुछ नहीं। मौन से ही सबकुछ प्रारम्भ होता है और मौन में ही विलीन हो जाता है। अंतरिक्ष के अगाध मौन में एक हमारी पृथ्वी पर यह जीवन-नाद होना कितना रहस्यमयी है! कितनी प्रक्रियाएँ होंगी जो समय के इतिहास में घटित हुई होंगी और निरंतर हो रही हैं। एक अनंत मौन में सहसा एक नाद का गुंजन! ॐ से अनंत तक की य read more